शिक्षा
बीएचयू: अब डिजिटल आईकार्ड से लाइब्रेरी में प्रवेश, क्यूआर कोड से मिलेगी हर जानकारी
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) ने सत्र 2025-26 से अपने विद्यार्थियों के लिए नई डिजिटल व्यवस्था शुरू की है। अब छात्रों को मैन्युअल पहचान पत्र की जगह क्यूआर कोड युक्त डिजिटल आईकार्ड दिया जाएगा, जिससे विश्वविद्यालय से जुड़ी कई सेवाओं तक तुरंत पहुंच संभव होगी।
12 हजार से अधिक छात्रों को मिलेगा डिजिटल कार्ड
इस शैक्षणिक सत्र में विश्वविद्यालय के विभिन्न स्नातक, स्नातकोत्तर और अन्य पाठ्यक्रमों में 12 हजार से अधिक विद्यार्थियों का दाखिला हुआ है। पहले छात्रों को अलग-अलग मैन्युअल आईकार्ड और लाइब्रेरी कार्ड दिए जाते थे, लेकिन अब ये दोनों सुविधाएं एक ही आरएफआईडी (Radio Frequency Identification) कार्ड में सम्मिलित होंगी।
क्यूआर कोड से एक क्लिक में छात्र की पूरी जानकारी
छात्र अधिष्ठाता प्रो. ए.के. नेमा ने बताया कि नवप्रवेशित विद्यार्थियों के कार्ड तैयार कर लिए गए हैं और उन्हें संकायवार वितरित किया जाएगा। कार्ड के क्यूआर कोड में छात्र का नाम, पता, ब्लड ग्रुप, कक्षा, और लाइब्रेरी से ली गई पुस्तकों का विवरण दर्ज रहेगा। किसी भी आपात स्थिति या जांच के दौरान संबंधित छात्र की सभी जानकारी इस कोड से तुरंत प्राप्त की जा सकेगी।
डिजिटल हेल्थ कार्ड की तैयारी भी जारी
विश्वविद्यालय प्रशासन अब छात्रों की स्वास्थ्य सेवाओं को भी डिजिटल स्वरूप देने की दिशा में कार्य कर रहा है। वर्तमान में छात्रों को हेल्थ डायरी दी जाती है, लेकिन इसमें फर्जीवाड़े की घटनाएं सामने आने के बाद इसे डिजिटल हेल्थ कार्ड से बदलने की योजना बनाई जा रही है। प्रो. नेमा के अनुसार, जल्द ही आईकार्ड की तरह ही हेल्थ कार्ड भी डिजिटल रूप में विद्यार्थियों को उपलब्ध कराया जाएगा।
