वाराणसी
BHU : छात्रा की मौत पर शोक, प्रारंभिक चिकित्सा सुविधाओं की मांग

समय पर उपचार न मिलने से भड़का छात्रों का आक्रोश
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के महिला महाविद्यालय (एमएमवी) की एक छात्रा की हृदयाघात से हुई आकस्मिक मौत से विश्वविद्यालय परिसर में शोक की लहर दौड़ गई। छात्रा की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद समय पर चिकित्सा सहायता न मिलने के कारण उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
घटना के बाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने गहरा शोक व्यक्त किया और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए परिसर में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की मांग की। छात्रों का कहना है कि यदि परिसर में प्रारंभिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होतीं, तो संभवतः छात्रा की जान बचाई जा सकती थी।
बीएचयू के छात्र उत्कर्ष श्रीवास्तव ने कुलपति से आग्रह किया है कि विश्वविद्यालय के सभी संकायों और परिसरों जैसे एमएमवी, वीकेएम, एएमपीजी, डीएवी, वीकेएम और आरजीएससी में प्राथमिक चिकित्सा के लिए विशेष कक्षों की स्थापना की जाए। उन्होंने कहा कि वहां आवश्यक चिकित्सकीय संसाधन और डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित की जानी चाहिए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में छात्रों को त्वरित उपचार मिल सके।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि यह कदम न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल होगी, बल्कि भविष्य में ऐसी किसी भी त्रासदी को रोकने में भी सहायक सिद्ध होगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की मांगों पर विचार करने और चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर बनाने का आश्वासन दिया है। घटना के बाद से विश्वविद्यालय परिसर में गमगीन माहौल है। छात्र-छात्राएं मृतका को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और यह उम्मीद जता रहे हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन अब इस दिशा में ठोस कदम अवश्य उठाएगा।