गाजीपुर
धूमधाम से मनाया गया जश्ने ईद मिलादुन्नबी

बहरियाबाद (गाजीपुर)। जिले के बहरियाबाद क्षेत्र के ग्राम सभा रुकनपुर दरगाह में अंजुमन मखदूमिया के तरफ़ से जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जलसा धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मौलाना बरकती साहब शादियाबाद में फ़रमाया किपैगंबर मोहम्मद साहब (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) इस्लाम के संस्थापक और अल्लाह के आखिरी पैगंबर (रसूल) माने जाते हैं। आपका जन्म 570 ईस्वी के आसपास अरब के शहर मक्का में हुआ था।
आपके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घटना वह है जब लगभग 40 वर्ष की आयु में, मक्का के पास हिरा की गुफा में आपको अल्लाह का पहला संदेश (वही) प्राप्त हुआ। इन संदेशों को बाद में पवित्र कुरान के रूप में संकलित किया गया, जो इस्लाम का केंद्रीय धार्मिक ग्रंथ है। मोहम्मद साहब को एक उत्कृष्ट चरित्र और नैतिकता का प्रतीक माना जाता है। उन्होंने दया, करुणा, न्याय, ईमानदारी और समानता के सिद्धांतों पर ज़ोर दिया। उन्होंने समाज में व्याप्त अंधविश्वास और भेदभाव को समाप्त करके, एक ईश्वर (अल्लाह) की इबादत का संदेश दिया।
मदीना के लिए आपकी ऐतिहासिक यात्रा, जिसे हिजरत कहा जाता है, इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है। मदीना में, आपने एक ऐसे समुदाय (उम्माह) की स्थापना की जो धार्मिक और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर आधारित था।
आपकी शिक्षाएँ न केवल आध्यात्मिक विकास पर केंद्रित थीं, बल्कि दैनिक जीवन के हर पहलू पर भी मार्गदर्शन प्रदान करती थीं। आपका जीवन स्वयं कुरान के सिद्धांतों का एक व्यावहारिक उदाहरण था, जिसे सुन्नत और हदीस के रूप में संजोया गया है।
जश्ने ईद मिलादुन्नबी का दिन आपके जन्म की खुशी में मनाया जाता है, और यह दिन दुनिया भर के मुसलमानों को आपके महान जीवन, शिक्षाओं, और आदर्शों को याद करने और उन पर चलने की प्रेरणा देता है।
इस अवसर पर बहरियाबाद, पलिवार, रायपुर, झोटना, देईपुर, तरवां सहित दर्जनों गाँवों के लोगों ने इस जलसे में शिरकत की। इस अवसर पर इमाम अहमद, नसीम अहमद पूर्व ग्राम प्रधान, नौशाद अहमद, डॉक्टर फैजुर रहमान, मोहम्मद फहद, आमिर अहमद, दानिश अनवर, मोहम्मद हमजा, बाबर अहमद, आरिफ मोहम्मद, अकबर शाहबाज अहमद, शकील अहमद सहित समस्त ग्राम वासी मौजूद रहे।