गाजीपुर
सभासदों का फूटा गुस्सा, ढाई साल से अधूरे पड़े विकास कार्यों पर उठे सवाल

गाजीपुर। मोहम्मदाबाद नगर पालिका परिसर में आयोजित बोर्ड बैठक एक बार फिर नगर की जर्जर व्यवस्था का आईना साबित हुई। बैठक में पहुंचे सभासदों ने अपने-अपने वार्ड की समस्याओं का पिटारा खोलते हुए नगर पालिका की निष्क्रियता पर जमकर सवाल उठाए।
सड़क, नाली, पानी, पटिया और स्ट्रीट लाइट जैसी बुनियादी सुविधाओं का वर्षों से अधूरा पड़ा काम आज भी जस का तस है। नवागत अधिशासी अधिकारी (ईओ) की मौजूदगी में सभासदों ने अपनी नाराजगी स्पष्ट शब्दों में जाहिर की। सभासद वकार अहमद, राकेश यादव, अमित चौरसिया, सितारा देवी, हैदर अली, हदीस राइनी और दानिश अंसारी ने कहा कि ढाई साल में नगर पालिका ने कोई ठोस कार्य नहीं किया है। नगर की गलियों में गंदगी, जाम और अराजक ई-रिक्शा व्यवस्था ने नागरिकों का जीवन दूभर बना दिया है।
सभासद राकेश यादव ने नगर पालिका परिषद की दुकानों के आवंटन पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि दुकानों का पुनः आवंटन आवश्यक है, जिससे पालिका की आय बढ़ाई जा सके। सभासद यूनियन के अध्यक्ष ममशाद अंसारी ने भी दुकानों के मुद्दे को नगर की आर्थिक रीढ़ बताते हुए इसे प्राथमिकता देने की मांग की।
बैठक में ई-रिक्शा और नो एंट्री व्यवस्था पर भी लंबी चर्चा हुई। सभासदों ने आरोप लगाया कि नियम तो बनाए जाते हैं, लेकिन उनके पालन का कोई ठोस इंतजाम नहीं है। इसी वजह से नगरवासी आए दिन जाम की समस्या से जूझते हैं।
बैठक का सार यही रहा कि नगर पालिका की कार्यशैली से न केवल जनप्रतिनिधि बल्कि आम जनता भी गहरी निराशा महसूस कर रही है। अब बड़ा सवाल यह है कि ढाई साल से ठप पड़ी विकास की गाड़ी आखिर कब रफ्तार पकड़ेगी और नगरवासियों को राहत मिलेगी?