वाराणसी
काशी विश्वनाथ से मां विशालाक्षी तक कॉरिडोर कार्य की मंजूरी
वाराणसी। काशी विश्वनाथ धाम से लेकर मां विशालाक्षी के आंगन तक मार्ग को चौड़ा कर आम श्रद्धालुओं के लिए सुलभ बनाने की योजना पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद और विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद ने मुहर लगा दी है। कॉरिडोर के रास्ते में आने वाले भवनों को खरीदा जाएगा और इस काम के लिए मंदिर प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। शासन से अनुमति मिलने पर ही आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
इस विस्तार के रास्ते में लगभग 20 मकान तथा 25 से अधिक छोटे-बड़े मंदिर सामने आए हैं। 2024 में इसका सर्वे पूरा हो गया था और सर्वे रिपोर्ट आने के बाद न्यास ने भवनों की खरीद-फरोख्त के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है। परिषद की बैठक में भवनों को क्रय करने पर सहमति बन चुकी है और एसडीएम शंभूशरण ने भी इसकी जानकारी दी है।
काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के बाद भक्तों की संख्या बढ़ने से मां विशालाक्षी मंदिर के सुंदरीकरण और रास्ते के चौड़े होने की आवश्यकता अधिक महसूस की गई। धाम से मां विशालाक्षी मंदिर व धर्मकूप एवं सरस्वती फाटक तक रास्ते में 18 से अधिक पौराणिक देवी-देवता तथा तीर्थ मौजूद हैं, जिनमें भगवान ज्ञानेश्वर जी, विष्णु मूर्ति एवं तीर्थ कूप, वैराग्येश्वर जी, विशालाक्षी शक्तिपीठ, विशालाक्षेश्वर, विश्वभुजा गौरी, विश्वतीर्थ, विश्वनाथ, दिवोदासेश्वर जी, आशा विनायक जी, रघुनाथेश्वर जी, गणेश्वर जी, कांचन शाख महावट वृक्ष, धर्मकूप तीर्थ, धर्मेश्वर, मदालसेश्वर, मोक्षेश्वर एवं मुक्तितीर्थ शामिल हैं।
नवरात्र के बाद मां विशालाक्षी मंदिर का सुंदरीकरण कार्य प्रारम्भ होगा और महंत राजनाथ तिवारी के अनुसार यह सुंदरीकरण नवंबर माह तक पूरा कर लिया जाएगा। शासन से अनुमति मिलने पर कॉरिडोर के लिए भवन क्रय और विस्तारीकरण संबंधी कार्य आगे बढ़ेंगे।
