वाराणसी
गंगा का जलस्तर बढ़ने से किसानों की मुश्किलें दोगुनी

वाराणसी। गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से चिरईगांव विकासखंड के ढाब क्षेत्र में किसानों की धान की फसल दोबारा डूबने लगी है। गोबरहां, मोकलपुर, रामपुर, रामचन्दीपुर और रेतापार सहित कई गांवों में नदी का पानी खेतों में घुस चुका है।
चेतावनी स्तर से 62 सेंटीमीटर नीचे पानी
केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार शाम 6 बजे गंगा का जलस्तर 69.64 मीटर दर्ज किया गया। यह चेतावनी बिंदु से 62 सेंटीमीटर नीचे है, लेकिन पानी प्रति घंटे 6 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है।
किसानों की मेहनत पर फिर पानी
स्थानीय किसानों का कहना है कि पिछली बाढ़ में उनकी पहली धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी। कर्ज लेकर उन्होंने दोबारा धान की रोपाई की थी, लेकिन अब यह फसल भी डूब रही है। ढाब क्षेत्र के अधिकांश किसान धान की खेती पर ही निर्भर हैं। लगातार दूसरी बार फसल डूबने से उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो रही है। यदि जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो आसपास के और भी गांव प्रभावित होंगे और घरों तक पानी पहुंच सकता है। अब किसानों की नजरें सरकार की राहत और मुआवजे पर टिकी हैं।