वाराणसी
पुत्रदा एकादशी पांच अगस्त को, संतान सुख के लिए श्रद्धालु रखेंगे व्रत

वाराणसी। श्रावण मास शुक्ल पक्ष की पुत्रदा एकादशी इस वर्ष 5 अगस्त को श्रद्धा और आस्था के साथ मनाई जाएगी। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखकर भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना कर संतान सुख और पारिवारिक समृद्धि की कामना करेंगे।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत के पालन से दांपत्य जीवन में संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। विशेष रूप से जिन दंपतियों को संतान सुख की प्राप्ति नहीं हो रही, उनके लिए यह व्रत अत्यंत फलदायी माना गया है।
विष्णु मंदिरों में होगा विशेष आयोजन
एकादशी के दिन विभिन्न विष्णु मंदिरों में विशेष दर्शन-पूजन और भजन कीर्तन की व्यवस्था की जाएगी। भक्त भगवान विष्णु को पीले पुष्प, तुलसी दल, पंचामृत और फल अर्पित कर व्रत का संकल्प लेंगे।
ज्योतिषाचार्य विमल जैन के अनुसार, श्रावण शुक्लपक्ष की एकादशी तिथि चार अगस्त को पूर्वाह्न 11:43 बजे से प्रारंभ होकर पांच अगस्त को दोपहर 1:13 बजे तक रहेगी। धार्मिक अनुष्ठान और व्रत का मुख्य फल पाने के लिए 5 अगस्त को व्रत रखना सर्वश्रेष्ठ रहेगा।
पुत्रदा एकादशी का उल्लेख पद्म पुराण और स्कंद पुराण में भी मिलता है, जहां इसे पुण्य और मोक्ष प्रदान करने वाली तिथि कहा गया है। इस दिन व्रत रखने वाले जातकों के पापकर्म नष्ट होते हैं और वे ईश्वर की कृपा के पात्र बनते हैं। व्रतधारियों के लिए यह दिन संयम, भक्ति और सेवा का प्रतीक माना जाता है।