गाजीपुर
विद्युतकर्मी की दुर्घटना में मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

गाजीपुर। जिले के दुल्लहपुर बाजार निवासी प्रमोद यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क हादसे में मौत से हड़कंप मच गया है। प्रमोद यादव बिजली विभाग में संविदा पर सहायक एसएसओ के पद पर कार्यरत थे। शनिवार सुबह करीब 11 बजे रेवरिया चट्टी के पास मारकंडे मोड़ पर विपरीत दिशा से आ रही तेज रफ्तार पिकअप ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा महज एक दुर्घटना नहीं बल्कि जानबूझकर की गई वारदात जैसी प्रतीत हो रही है। टक्कर के बाद पिकअप चालक ने वाहन को पीछे किया और दोबारा प्रमोद के ऊपर चढ़ा दिया। यह दृश्य देख आसपास मौजूद लोग भी सन्न रह गए।
मृतक के छोटे भाई विनोद यादव ने दुल्लहपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि यह हादसा नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है। उन्होंने बताया कि पिकअप वाहन स्थानीय निजामुद्दीन पुरा नट बस्ती का है और इसमें गाय-भैंस ढोए जाने के प्रमाण मिले हैं। पिकअप का नंबर UP 61 BT 3340 है, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए गाजीपुर भेज दिया। थाना अध्यक्ष केपी सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और घटना की वास्तविकता जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।
प्रमोद यादव अपने पांच भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। उनकी पत्नी प्रियंका यादव सिखड़ी की रहने वाली हैं। उनका एक पांच वर्षीय बेटा प्रत्यूष यादव है। प्रमोद न केवल बिजली विभाग में कार्यरत थे, बल्कि दुल्लहपुर चौहान मार्केट में किराने की दुकान के जरिए अपने परिवार की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी निभा रहे थे।
उनकी असामयिक और संदिग्ध मृत्यु से गांव में शोक की लहर फैल गई है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और ग्रामीणों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।