मिर्ज़ापुर
लोहंदी महावीर मेले की शुरुआत, व्यवस्थाएं बदहाल

मीरजापुर। श्रावण मास के पावन अवसर पर लोहंदी महावीर मंदिर पर हर शनिवार लगने वाला पारंपरिक मेला इस वर्ष भी भक्तिभाव के साथ प्रारंभ हो गया है। यह मेला आस्था और परंपरा का प्रतीक है, जहां दूर-दराज़ से हजारों श्रद्धालु भगवान महावीर (हनुमान जी) के दर्शन के लिए पहुंचते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने की मन्नतें मांगते हैं।
हालांकि मेले की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन व्यवस्थाएं अब भी पुराने ढर्रे पर बनी हुई हैं। जगह-जगह गंदगी फैली हुई है, जिससे श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साफ-सफाई का अभाव न केवल असुविधा पैदा कर रहा है, बल्कि संक्रमण और बीमारियों का खतरा भी बढ़ा रहा है। वहीं, संपर्क मार्गों की स्थिति भी बेहद खराब है।
टूटी-फूटी सड़कों पर कीचड़ और गड्ढों की भरमार है, जिससे आवाजाही में काफी परेशानी हो रही है।स्थानीय रूप से प्रसिद्ध ‘इग्यारह तखावा’ स्थल की दशा भी बेहद चिंताजनक है। यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान एक समय सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है, परंतु इन दिनों यहां भी गंदगी और अव्यवस्था का आलम है। बरसात के मौसम में जहां लोग यहां स्नान कर आनंद लिया करते थे, अब वहां जाने से भी कतराने लगे हैं।
श्रद्धालुओं और क्षेत्रीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि मेले को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए तत्काल सफाई, सड़कों की मरम्मत और अन्य जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था की जाए। मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह मेला उनके पूर्वजों के समय से, सात पीढ़ियों से अनवरत चलता आ रहा है, और इसकी गरिमा को बनाए रखने के लिए प्रशासनिक सहयोग अत्यंत आवश्यक है।