मिर्ज़ापुर
मेडिकल कॉलेज में करोड़ों की गड़बड़ी, नेत्र चिकित्सालय में उपकरण खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप

मिर्जापुर। मेडिकल कॉलेज मिर्जापुर में सरकारी धन के दुरुपयोग के गंभीर आरोप सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार, हाल ही में भैरो सिंह नेत्र चिकित्सालय में आंख की सर्जरी के लिए कुछ टेबल और स्टूल खरीदे गए, जिसकी कुल कीमत 5 लाख 50 हजार रुपये दर्शाई गई है। यह उपकरण लखनऊ की एक दुकान या सप्लायर से मंगवाए गए, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि बिल पर न कंपनी का नाम है और न ही कोई नंबर।
18 जून 2025 को यह सामान मेडिकल कॉलेज में रिसीव भी करा दिया गया, जबकि पूर्व में यही उपकरण देश की प्रतिष्ठित एप्पासेमी कंपनी से कम कीमत पर मंगाए जाते थे।
सवाल यह उठता है कि जब कम कीमत में बेहतर गुणवत्ता वाला सामान उपलब्ध था, तो फिर कॉलेज प्रशासन ने इतना महंगा और अस्पष्ट बिल वाला सामान क्यों खरीदा?यह केवल एक उदाहरण है। सूत्रों का दावा है कि इस तरह की कई संदिग्ध खरीदारी लगातार की जा रही है, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि कॉलेज प्रशासन में भ्रष्टाचार गहराई से पैठ बना चुका है।
अगर मेडिकल कॉलेज के पूरे खर्च और लेनदेन की निष्पक्ष जांच कराई जाए, तो एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हो सकता है। यहां तक कि मरीजों का इलाज भी अब भगवान भरोसे नजर आता है। ऐसे में यह कहावत बिलकुल सटीक लगती है – “अंधेर नगरी चौपट राजा।”