चन्दौली
“दर्शन मात्र से ही होता है कल्याण” : संत शशिकांत महाराज
चहनियां (चंदौली)। कैथी स्थित गांव के चौराहे पर जनकल्याण सेवा समिति एवं सम्पूर्ण ग्रामवासियों द्वारा आयोजित शिव महापुराण कथा का शुभारंभ मंगलवार की देर शाम को हुआ। कथा के पहले दिन प्रख्यात कथावाचक संत शशिकांत महाराज का ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
संत शशिकांत महाराज ने व्यास पीठ का पूजन-अर्चन कर कथा का विधिवत प्रारंभ किया। उन्होंने कहा, “भगवान शंकर बड़े ही दयालु हैं। उन्हें किसी आडंबर की आवश्यकता नहीं होती, मात्र एक लोटा जल, बेलपत्र और धतूरा से ही वे प्रसन्न हो जाते हैं। वे गले में सर्प और विष धारण करने वाले महादेव हैं। जब कोई भक्त एक बार उनका नाम लेता है और दूसरी बार फिर लेता है, तो महादेव उसके ऋणी हो जाते हैं।”
“यदि कभी मन बहुत उदास हो, तो महादेव के मंदिर में जाकर दिल से कहिए — ‘बाबा, मैं बहुत दुखी हूं।’ वे देवों के देव, जगत के पिता हैं। उनके बिना तो एक पत्ता भी नहीं हिलता। वे विषधारी महादेव आपकी फरियाद अवश्य सुनेंगे।”
संत ने आगे कहा, “जो व्यक्ति मृत्यु और भय से बचना चाहता है, उसे शिव महापुराण की कथा अवश्य सुननी चाहिए। यह जीवन, कथा सुनने और समझने के लिए मिला है। भजन-भक्ति के लिए बुढ़ापे का इंतजार मत करिए। जब समय मिले, तब महादेव को एक लोटा जल और बेलपत्र चढ़ाइए।”
