चन्दौली
“बालिकाओं की सुरक्षा और शिक्षा प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकता” : सीडीओ
कोविड प्रभावित बच्चों के लिए भावनात्मक पुनर्वास जरूरी, मिशन वात्सल्य पर सीडीओ का फोकस
चंदौली। मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं की अध्यक्षता में महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बैठक के दौरान ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’, मिशन वात्सल्य, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड तथा ‘एक युद्ध बड़ों के विरुद्ध’ जैसी महत्त्वपूर्ण योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की गई।
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना की समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने जागरूकता अभियानों को और अधिक प्रभावी बनाने तथा समाज के विभिन्न वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि यह केवल एक योजना नहीं, बल्कि सामाजिक सोच में परिवर्तन का अभियान है।
मिशन वात्सल्य के अंतर्गत जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति और किशोर न्याय बोर्ड की कार्यप्रणाली पर विशेष चर्चा की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने बाल अधिकारों की सुरक्षा और पुनर्वास के कार्यों को मानवीय संवेदनशीलता के साथ संपादित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत कोविड प्रभावित बच्चों की सहायता व्यवस्था की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा, “इन बच्चों को केवल आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि भावनात्मक सहारा भी देना ज़रूरी है। इन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना हमारा दायित्व है।”
‘एक युद्ध बड़ों के विरुद्ध’ योजना के तहत बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों और उनके संरक्षण तंत्र पर भी चर्चा हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि बच्चों से संबंधित किसी भी मामले में संवेदनशीलता और तत्परता अनिवार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी स्कूल/कॉलेज के सौ मीटर के दायरे में नशे की कोई दुकान स्थापित नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही, सभी विद्यालयों में प्रहरी क्लब अवश्य क्रियाशील रहें।
बैठक के अंत में उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए और निरंतर निगरानी के माध्यम से इनका प्रभाव सुनिश्चित किया जाए।
बैठक के दौरान उपजिलाधिकारी अविनाश कुमार, सीओ सदर राजेश कुमार राय, प्रोबेशन अधिकारी प्रभात कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सचिन कुमार, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी राजेश नायक, यूनिसेफ के अनिल कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर, बाल कल्याण समिति के सदस्य, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ता एवं संबंधित विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
