राष्ट्रीय
भारत ने 32 एयरपोर्ट 15 मई तक किये बंद, जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान की बढ़ी बौखलाहट

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने एक निर्णायक मोड़ ले लिया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई की। इससे पहले पाकिस्तान की ओर से लगातार तीसरी रात ड्रोन हमले हुए, जिनमें बारामूला से लेकर गुजरात के भुज तक 36 स्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। भारतीय वायुसेना और थलसेना ने इन प्रयासों को नाकाम कर दिया।
डीजीसीए ने नागरिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए श्रीनगर, अमृतसर, जम्मू समेत देश के 32 एयरपोर्ट को 15 मई तक बंद करने का आदेश दिया है। सरकार ने बताया कि पाकिस्तान ने तुर्की निर्मित 300-400 ड्रोन से भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने अधिकतर ड्रोन को नष्ट कर दिया।
सेना के मुताबिक, पाकिस्तान ने मिसाइल और तोपों के साथ-साथ ड्रोन के जरिए नियंत्रण रेखा के पार भी हमले तेज किए हैं। बीएसएफ ने घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को विफल करते हुए 7 आतंकियों को ढेर कर दिया और एक पाकिस्तानी चौकी को नष्ट कर दिया। भारत के लगातार जवाबी कार्रवाई से पूरे पाकिस्तान में बौखलाहट मची हुई है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान सेना के कुछ बड़े अधिकारी अपने परिवार के साथ यूनाइटेड किंगडम भाग गए हैं।
भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पुष्टि की कि काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक तकनीकों का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के यूएवी हमलों को निष्क्रिय किया गया। यह भी सामने आया कि पाकिस्तान ने अपने नागरिक विमानों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नियमों का उल्लंघन हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्थिति पर शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की और देश की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए सभी विकल्पों पर विचार किया।
भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अपनी संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा और जवाबी कार्रवाई जारी रहेगी। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान के चार एयरबेस गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं और पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।