गाजीपुर
खुल्फे राशदीन में तरावीह की नमाज संपन्न

गाजीपुर। जिले के बहरियाबाद स्थित मातृ शिशु कल्याण उप-केंद्र के पास मस्जिद खुल्फे राशदीन में रमजान के पाक महीने में रोजाना पढ़ी जाने वाली तरावीह की नमाज पूरी होने पर नमाजियों में खुशी का माहौल है। इस विशेष नमाज को वाराणसी से आए हाफिज बिलाल अंसारी ने अपनी कड़ी मेहनत से संपन्न कराया।
मोहल्ले के सभी नमाजियों ने पूरे रमजान महीने में उत्साह और समर्पण के साथ तरावीह की नमाज में भाग लिया। मस्जिद के नाजिम नियाज अंसारी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नमाजियों ने बड़े खूलूश के साथ तरावीह की नमाज अदा की।
तरावीह की नमाज रमजान के महीने में ईशा की नमाज के बाद पढ़ी जाती है। इसमें कुल 20 रकात होती हैं, जिसे 2-2 रकात में पूरा किया जाता है। इस दौरान हर 4 रकात के बाद विशेष दुआ की जाती है, जिसमें परिवार की खुशहाली, रोजी-रोटी में बरकत और देश-दुनिया की सलामती की प्रार्थना की जाती है। हाफिज बिलाल अंसारी ने उपस्थित लोगों को बताया कि तरावीह की नमाज अल्लाह को राजी करने और गुनाहों की माफी के लिए एक महत्वपूर्ण इबादत है।
घर पर तरावीह पढ़ने के नियम मस्जिद से थोड़े अलग होते हैं। मस्जिद में तरावीह के दौरान कुरान की तिलावत की जाती है, जबकि घर पर दो-दो रकात में 30वें पारे की 10 सूरतें पढ़ी जाती हैं। तरावीह की दुआ भी इस नमाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें दुनिया और आखिरत की कामयाबी के लिए अल्लाह से फरियाद की जाती है।
इस विशेष अवसर पर मस्जिद की कमेटी की ओर से हाफिज बिलाल अंसारी को नजराना भेंट किया गया। कार्यक्रम में हाजी हैदर अली, मोहम्मद अली, हाफिज सलाउद्दीन, जुमा दिन, फकरे आलम, शोएब खान, मुन्ना कुरैशी, जुबेर अहमद, साहिल अंसारी समेत मोहल्ले के तमाम नमाजी उपस्थित रहे।
मस्जिद खुल्फे राशदीन में हर वर्ष की तरह इस बार भी रमजान के पाक महीने में तरावीह की नमाज का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ, जिससे पूरे मोहल्ले में उत्साह और धार्मिक भावना का संचार हुआ।