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वाराणसी

स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास युवा पीढ़ी को बताने की जरूरत -डॉ. बाला लखेंद्र

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वाराणसी। सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो, वाराणसी द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव एवं बदलती काशी पर वाराणसी में 26 से 30 दिसंबर, तक आयोजित होने वाले समेकित जनसम्पर्क कार्यक्रम का पूर्व प्रचार आज मालवीय भवन से राष्ट्रीय सेवा योजना काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. बाला लखेंद्र ने हरी झंडी दिखा कर जनचेतना रथ को रवाना किया।

आज़ादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला में क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो की ओर से पाँच दिन विभिन्न स्थानों पर गोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम , प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता ,चित्र प्रदर्शनी के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे । प्रचार अभियान का शुभारंभ करते हुये डॉ. बाला लखेंद्र ने कहा कि स्वतन्त्रता आंदोलन के ऐतिहासिक घटना क्रमों, आज़ादी के बाद देश में हुए सर्वांगीण विकास की गाथा युवा पीढ़ी को बताने की जरूरत है और देश के नवनिर्माण में जन भागीदारी के लिये जागरूकता की आवश्यकता है । कार्यक्रम शुभारंभ के पूर्व मालवीय जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर स्वतंत्रता आंदोलन और देश के नवनिर्माण में उनके योगदान की चर्चा की गई। जनचेतना प्रचार वाहन के माध्यम से नगर के लंका, नगवां, सामनेघाट,दुर्गा कुंड ,सुन्दर पुर ,नरिया , कन्दवा ,महमूरगंज तेलियाबाग, रेलवे स्टेशन कैंट, इंग्लिशिया लाइन, सिगरा, रथ यात्रा, भेलूपुर, नदेसर, चौकाघाट, अंधरापुल आदि क्षेत्रों में पूर्व प्रचार अभियान चलाया। इस दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों, पोस्टर, बैनर, हैंडबिल, स्टीकर के माध्यम से सन्देश दिया गया । आगनबाड़ी केंद्र सुंदर पुर में महिलाओं के मध्य प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और गोष्ठी हुई जिसमें, बदलती काशी और स्वतंत्रता आंदोलन पर चर्चा हुई प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के तीस प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया । कार्यक्रम में समेकित बाल विकास परियोजना की सुपरवाईजर कामिनी पांडेय, डॉ लालजी, श्यामदेव प्रसाद सुदामा, सोनू सहित अनेक लोक उपस्थित रहे ।

मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निगरानी समितियों ने कोरोना प्रबंधन में सराहनीय कार्य किया है। तीसरी लहर के दृष्टिगत गांवों और शहरी वार्डों में निगरानी समितियों को पुन: एक्टिव करें। बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति की टेस्टिंग कराएं। उनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जाए। आवश्यकतानुसार लोगों को क्वारन्टीन किया जाए, अस्पतालों में भर्ती कराया जाए।

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