अपराध
राम मंदिर पर ग्रेनेड हमले की थी आईएसआई की साजिश
रहमान की गिरफ्तारी से बड़ा खुलासा
गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ की संयुक्त टीम ने अयोध्या में राम मंदिर पर हमले की साजिश को नाकाम कर दिया है। 19 वर्षीय संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद हुए।
जांच एजेंसियों के अनुसार, रहमान का संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) मॉड्यूल से था। उसे ऑनलाइन वीडियो कॉल के जरिए आतंकवादी गतिविधियों की ट्रेनिंग दी गई थी।
रहमान दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में चार महीने तक रहा, जहां उसका कट्टरपंथी संगठनों से संपर्क हुआ। जांच में खुलासा हुआ कि उसे अयोध्या में राम मंदिर पर हमला करने का टास्क दिया गया था।
रहमान के पिता अबू बकर का कहना है कि उनका बेटा पांच वक्त का नमाजी था और निर्दोष है। वे इस गिरफ्तारी से हैरान हैं। रहमान को 10 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। एनआईए और आईबी की टीमें उससे पूछताछ कर रही हैं। सुरक्षा एजेंसियां उसके अन्य संपर्कों की भी जांच कर रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, फरीदाबाद में आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल सक्रिय हो सकते हैं। पहले भी यहां से संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। खुफिया एजेंसियां अब्दुल रहमान के नेटवर्क को खंगाल रही हैं। जल्द ही और अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं।