वाराणसी
*हिन्दू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने के मामले में आरोपी सपा महानगर अध्यक्ष जावेद अंसारी को मिलीं जमानत*
वाराणसी। न्यायिक मजिस्ट्रेट निधि पाण्डेय की अदालत ने वजू खाने के पास शिवलिंग मिलने के दावे को लेकर हिन्दू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने के मामले में आरोपी सपा महानगर अध्यक्ष (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ) जावेद अख़्तर ने आत्म समर्पण कर दिया। आरोपी के अधिवक्ता अनुज यादव, नरेश यादव व बृजेश सोनकर के मुताबिक आरोपी के खिलाफ़ राजनीतिक ईर्ष्या व विद्वेष के चलते मुकदमा दर्ज किया गया है। दलील दी गयी कि वादी मुकदमा विवेक चंद जायसवाल भाजपा के पार्षद हैं और आरोपी भी पार्षद पद का प्रत्याशी था। इसी रंजिश में यह मुकदमा लिखवा दिया है। आरोप था कि आरोपी ने 17 मई 2022 को ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर सोशल मीडिया पर टिप्पणी की थी कि अगर पानी का फौवारा असली शिवलिंग है तो इतने सालों से किसकी पूजा हो रही थी। यह भी कहा गया कि जब साधू का फल खाने से राम लक्ष्मण पैदा हो सकते है और उसे मान लेते है तो फिर पानी के फव्वारा कप शिवलिंग मानना कौन सी बात है। वादी ने इसे हिन्दू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने वाला बयान बताते हुए जैतपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। अदालत ने जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए इसे जमानतीय अपराध मानते हुए 30-30 हजार रुपए की दो जमानतें एवं बंधपत्र देने पर रिहा करने का आदेश दिया था।