गाजीपुर
हिंदू नववर्ष के उपलक्ष्य में शादियाबाद में संघ स्वयंसेवकों ने किया वृहद पथ संचलन

शादियाबाद (गाजीपुर)। जखनियां तहसील क्षेत्र स्थित मनिहारी खंड के शादियाबाद नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्वयंसेवकों द्वारा वृहद पथ संचलन का आयोजन किया गया। यह आयोजन हिंदू नववर्ष विक्रमी संवत 2082 और संघ के संस्थापक आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की 136वीं जयंती के उपलक्ष्य में किया गया।
सैकड़ों स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में किया नगर भ्रमण
सायं 4 बजे प्रारंभ हुए इस पथ संचलन में सैकड़ों स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश (सफेद कमीज, खाकी निकर, काली टोपी) में अनुशासित कतारबद्ध होकर शामिल हुए। घोष वादकों और नगाड़ों की ताल पर स्वयंसेवकों ने कदम से कदम मिलाते हुए नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए संगठित और अनुशासित हिंदू समाज का संदेश दिया।

नगरवासियों, विशेषकर महिलाओं ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। नगर में पथ संचलन के दौरान एक अलग ही ऊर्जा और उत्साह का वातावरण बना रहा। हिंदू नववर्ष को लेकर चारों ओर उल्लास का माहौल देखा गया।
जवाहरलाल नेहरू इंटर कॉलेज से हुआ शुभारंभ
पथ संचलन की शुरुआत स्थानीय जवाहरलाल नेहरू इंटर कॉलेज प्रांगण से हुई, जहां स्वयंसेवकों ने भगवा ध्वजधारी घुड़सवारों एवं घोष-नगाड़े की थाप के साथ नगर भ्रमण प्रारंभ किया। नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए संचलन अपने समापन स्थल तक पहुँचा। पूरे मार्ग में लोगों ने अपने घरों और दुकानों से स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया।
बौद्धिक शिक्षण प्रमुख मिथिलेश ने दिया संदेश
पथ संचलन प्रारंभ होने से पूर्व एकत्रीकरण स्थल पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के बौद्धिक शिक्षण प्रमुख मिथलेश जी ने स्वयंसेवकों को संबोधित किया। उन्होंने संघ के प्रमुख उत्सवों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए हिंदू समाज की एकजुटता एवं सांस्कृतिक राष्ट्रवाद में संघ की भूमिका को विस्तार से समझाया।
उन्होंने स्वयंसेवकों को संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर विशेष रूप से तैयार रहने का आह्वान किया। उन्होंने संघ शाखाओं और विविध आयोजनों में सहभागिता बढ़ाने तथा हिंदू समाज के संगठन को और अधिक मजबूत करने की प्रेरणा दी।
सफल आयोजन के बाद हुआ जलपान वितरण
पथ संचलन के सफल समापन के उपरांत सभी स्वयंसेवकों को जलपान कराकर विदा किया गया। नगरवासियों ने आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की और हिंदू नववर्ष पर इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन को समाज में एकता और राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत करने वाला बताया।