गाजीपुर
हादसे को दावत दे रहा रेलवे फाटक पर लगा बूम

बूम को ट्रैक से दूर करने की मांग
नन्दगंज (गाजीपुर)। औड़िहार-गाजीपुर रेलमार्ग पर जब से रेल की बड़ी लाइन का दोहरीकरण हुआ है, तभी से नंदगंज स्टेशन के पूर्वी रेलवे फाटक और सहेड़ी रेलवे फाटक का बूम रेलवे ट्रैक से मानक के विपरीत महज एक से डेढ़ मीटर की दूरी पर लगा हुआ है। जिससे फाटक बंद होने के बाद भी हादसे की आशंका सदैव बनी रहती है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इन रेलवे फाटकों पर एक्सप्रेस ट्रेन तथा मालगाड़ियों के आने के समय बूम को गिराकर बंद कर दिया जाता है। बूम गिरने के बाद लोग बूम के करीब ही अपने वाहन खड़े कर देते हैं। इसी तरह पैदल चलने वाले लोग और बाइक तथा साइकिल सवार भी बूम के बिल्कुल पास खड़े होकर फाटक खुलने का इंतजार करते रहते हैं। इस बीच जब तेज रफ्तार से एक्सप्रेस ट्रेन रेलवे ट्रैक से गुजरती है तो बूम के पास खड़े लोगों में कंपन होने से लोग दहल जाते हैं।
रेलवे ट्रैक के करीब मानक के विपरीत लगभग एक से डेढ़ मीटर दूरी पर बूम लगाए जाने से दुर्घटना होने की आशंका हमेशा बनी रहती है। जबकि रेलवे फाटक पर रेलवे ट्रैक से बूम की दूरी मानक के अनुसार कम से कम 5 मीटर होनी चाहिए। विशेष परिस्थिति में दूरी कुछ कम हो सकती है। जबकि देखा जाए तो इन जगहों पर जगह की कमी नहीं है, फिर भी बूम की दूरी ट्रैक से बहुत कम है।
लोगों ने रेल विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग की है कि रेलवे ट्रैक से फाटक के बूम को मानक के अनुसार दूर लगाया जाए, जिससे कोई अप्रिय घटना न हो सके।