गाजीपुर
सैदपुर बना घूस मंडी, सिस्टम बेच रहे अफसर: रामतेज

गाजीपुर की सियासत में उस वक्त हलचल मच गई जब भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री रामतेज पांडेय ने सैदपुर तहसील में बेलगाम भ्रष्टाचार पर खुलकर हमला बोला। उन्होंने जिलाधिकारी को भेजे शिकायती पत्र में सैदपुर को ‘भ्रष्टाचार का गढ़’ बताते हुए आरोप लगाया कि बिजली विभाग से लेकर अस्पताल, पुलिस और नगर पंचायत – हर जगह सिस्टम बेचा जा रहा है।
रामतेज ने कहा कि योगी सरकार की ज़मीनी नीतियां अफसरशाही की लालच में दम तोड़ रही हैं। बिजली विभाग में बिल सुधार, मीटर और कनेक्शन के नाम पर खुलेआम रेट वसूले जा रहे हैं, जबकि गांवों में जानबूझकर लंबी बिजली कटौती की जा रही है। अस्पतालों को इलाज केंद्र नहीं, बल्कि दलालों के अड्डे में तब्दील कर दिया गया है, जहां मरीजों को बाहर की दुकानों से जांच और दवा दिलवाने के लिए मजबूर किया जाता है।
पुलिस व्यवस्था भी सवालों के घेरे में है। चरित्र प्रमाण पत्र, नाम हटाने या जोड़ने जैसे मामलों में बाकायदा तय रेट पर लेनदेन हो रहा है। संजय यादव चौकी को “भ्रष्टाचार का हब” बताते हुए रामतेज ने दावा किया कि ईमानदार पुलिसकर्मियों को किनारे कर घूसखोरों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
नगर पंचायत में विकास केवल कागजों तक सीमित है। जमीनी स्तर पर लूट मची हुई है और पार्टी कार्यकर्ताओं तक को तंग किया जा रहा है, जिससे भाजपा की छवि बिगड़ रही है।
रामतेज पांडेय ने चेतावनी दी है कि यदि इस पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो यह भ्रष्ट गठजोड़ सरकार की साख को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने योगी सरकार से मांग की है कि वह ऐसे अफसरों पर सख्त कार्रवाई करें जो योजनाओं को नष्ट कर जनता के विश्वास को तोड़ रहे हैं।