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वाराणसी

सेंट्रल टीबी डिविजन की टीम ने कहा – टीबी हारेगा और वाराणसी जीतेगा

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तीन दिवसीय पर्यवेक्षण भ्रमण का सफलतापूर्वक हुआ समापन

टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी, प्राइवेट नोटिफ़िकेशन व डीबीटी बढ़ाने पर दिया ज़ोर

टीबी मरीजों को संवेदनशील व्यवहार के साथ पोषण व भावनात्मक सहयोग की आवश्यकता

वाराणसी। देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग मुक्त बनाने के लिए सबसे पहली शुरुआत वाराणसी जनपद से होना बेहद जरूरी है। इसके लिए जनपद के सभी क्षय रोगियों के साथ संवेदनशील व्यवहार करते हुये उन्हें पोषण व भावनात्मक सहयोग की आवश्यकता है। क्षय रोग में सहयोग कर रही स्वयं सेवी संस्थाओं को भी स्वास्थ्य विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा। तभी टीबी हारेगा और वाराणसी जीतेगा की कल्पना की जा सकती है।
यह बातें राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अंतर्गत बुधवार को उप महानिदेशक डॉ राजेंद्र पी जोशी और ज्वाइंट सपोर्टिव सुपरविजन (जेएसएस) मिशन के अंतर्गत दिल्ली से आई सेंट्रल टीबी डिवीजन की टीम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में कहीं।अंतिम दिन सेंट्रल टीबी डिवीजन टीम ने जिला क्षय रोग केंद्र सहित समस्त टीबी यूनिट के स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बैठक कर संवाद किया। इस टीम का नेतृत्व नेशनल टास्क फोर्स फॉर मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष डॉ अशोक भारद्वाज व राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ शैलेंद्र भटनागर ने किया। टीम ने वाराणसी जनपद के पर्यवेक्षण भ्रमण को सफलतापूर्वक बताया। इस दौरान टीम ने गुणवत्तापूर्वक सुधार करने के लिए विस्तार से बताया। टीम ने कहा कि आईएमए, रेडक्रोस, आईएमई, वर्ल्ड विजन, सीएचआरआई आदि सहयोगी संस्थाओं के सहयोग व समन्वय स्थापित कर प्राइवेट टीबी नोटिफिकेशन बढ़ाया जाए। निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीज को हर माह मिलने वाले 500 रुपये को लेकर डायरेक्ट बेनीफ़िट ट्रांसफर (डीबीटी) की प्रक्रिया को पूरा किया जाए। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) को प्रशिक्षित कर अधिक से अधिक सेवाएँ ली जाएँ। इसके साथ ही सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने की योजना बनाई जाए। ग्रामवार टीबी जांच पर ध्यान दिया जाए और उसको निक्षय पोर्टल पर अंकित किया कए। आशा कार्यकर्ता को प्रोत्साहन राशि समय से प्रदान की जाए। क्षय रोगियों के संपर्क में आ रहे परिजनों और अन्य लोगों की कोंटेक्ट ट्रेसिंग कर टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी (टीपीटी) पर ज़ोर दिया जाए। भारत सरकार के टीबी आरोग्य साथी एप पर मरीजों का सम्पूर्ण विवरण अपडेट किया जाए।
इस मौके पर सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि सेंट्रल टीबी डिवीजन के तीन दिवसीय पर्यवेक्षण भ्रमण में क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत समस्त सेवाओं का गहनता से निरीक्षण किया। इसमें टीम ने गुणवत्तापूर्ण सुधार करने पर ज़ोर दिया जिन्हें अगले कुछ दिवसों में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। अंत में जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय व उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अमित सिंह ने टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर एमओ डीटीसी डॉ अन्वित श्रीवास्तव, डीपीसी संजय चौधरी, डीपीपीएमसी नमन गुप्ता, डीपीटीसी विनय मिश्रा, वरिष्ठ टीबी सुपरवाइज़र (एसटीएस) व अन्य जिला क्षय रोग केंद्र के स्वास्थ्यकर्मी टीम से साथ रहे।

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