वाराणसी
सीडीओ ने सभी बैंक समन्वयकों को दिये सख्त निर्देश
वाराणसी। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के तहत ऑनलाइन समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत में उपायुक्त उद्योग द्वारा मुख्य विकास अधिकारी और सभी बैंक जनपद समन्वयकों का स्वागत किया गया।
बैठक में जानकारी दी गई कि मेगा क्रेडिट कैंप हेतु निर्धारित 1500 आवेदनों के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 2528 आवेदन विभिन्न बैंक शाखाओं को भेजे जा चुके हैं, जिनमें से 458 आवेदन स्वीकृत हुए हैं और 241 आवेदनों का वितरण किया जा चुका है। मुख्य विकास अधिकारी ने योजना की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई।
बैठक के दौरान बैंकवार समीक्षा की गई, जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा, बड़ौदा यूपी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि विगत बैठक में 28 फरवरी तक न्यूनतम 100-100 ऋण वितरण कराने की सहमति जताई गई थी, लेकिन तय लक्ष्य की पूर्ति नहीं हो सकी। अन्य बैंक भी लक्ष्य प्राप्त करने में विफल रहे। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने सख्त निर्देश दिए कि 5 मार्च 2025 को दोबारा समीक्षा की जाएगी और सभी बैंक अपनी प्रतिबद्धता के अनुसार ऋण स्वीकृत व वितरण सुनिश्चित करें।
1 मार्च 2025 तक लक्ष्य पूर्ति करने वाले बैंकों को मुख्य विकास अधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा, 1 मार्च के बाद सभी बैंकों को लंबित मामलों में स्वीकृति व वितरण में आ रही समस्याओं की सूची तैयार कर उपायुक्त उद्योग कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
1 मार्च 2025 को होने वाले मेगा क्रेडिट कैंप में सभी बैंक अपने-अपने लाभार्थियों को प्रतिभाग कराने के लिए भी निर्देशित किए गए। कैंप में विभिन्न बैंकों व वेंडर्स द्वारा स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां आवेदकों को मशीनरी खरीद के लिए कोटेशन उपलब्ध कराया जाएगा।
साथ ही, उद्योग विभाग के सभी सहायक प्रबंधकों को शाखावार व आवेदकवार आवेदनों की स्थिति का अनुश्रवण कर अगली समीक्षा बैठक में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और एक जनपद एक उत्पाद मार्जिन मनी योजना के तहत लंबित आवेदनों का निस्तारण करते हुए 28 फरवरी 2025 तक पोर्टल पर प्रगति दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में सभी संबंधित बैंक प्रतिनिधि उपस्थित रहे और बैठक का संचालन जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केंद्र, वाराणसी द्वारा किया गया।