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वाराणसी

सीडीओ ने गोद लिए क्षय रोगियों को प्रदान की पोषण पोटली

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स्वास्थ्य व पोषण का जाना हाल, सम्पूर्ण उपचार के लिए किया प्रेरित

रिपोर्ट – प्रदीप कुमार

वाराणसी: प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत क्षय रोगियों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ अधिकारी भी निक्षय मित्र बनकर क्षय रोगियों की सहायता कर रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हिमांशु नागपाल ने अपने कार्यालय में गोद लिए 10 क्षय रोगियों को पोषण पोटली प्रदान की। इस दौरान उन्होंने सभी क्षय रोगियों का स्वास्थ्य व पोषण स्तर हाल जाना। साथ ही उन्हें एक भी दिन दवा न छोड़ने और सम्पूर्ण उपचार के लिए भी प्रेरित किया।
गौरतलब है कि जनपद को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में मुख्य विकास अधिकारी ने इस वर्ष के शुरू में 10 मरीजों को गोद लिया था। सीडीओ ने गोद लिए गए सभी क्षय रोगियों से विकास भवन में व्यक्तिगत मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधित बिंदुओं पर वार्ता की। उन्होंने बताया कि टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए क्षय रोगियों को हर संभव सहायता की जा रही है। मरीजों को अपने पोषण पर ध्यान देना चाहिए। दवा नियमित रूप से खानी चाहिए। कोई भी समस्या होने पर तत्काल सरकारी चिकित्सालय में संपर्क करना चाहिए। उन्होंने अपील की है कि गोद लेने वाली स्वयंसेवी संस्थाएं व अधिकारी हर माह पोषण पोटली उपलब्ध कराते रहें। उन्हें भावनात्मक सहयोग दें और पूरा इलाज करवाने के लिए प्रेरित करते रहें। सभी के संयुक्त प्रयास से वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त हो सकेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि जनपद में वर्तमान में करीब 6280 सक्रिय क्षय रोगी हैं जिनका उपचार चल रहा है। वर्तमान में निक्षय मित्रों की 2357 संख्या है। लगभग सभी क्षय रोगियों को विभिन्न अधिकारियों, स्वयं सेवी संस्थाओं व अन्य लोगों ने गोद लिया है। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि क्षय रोगियों को गोद लेने, पोषण पोटली प्रदान करने, सम्पूर्ण उपचार, नियमित फॉलो अप और भावनात्मक सहयोग प्रदान करने से उनका स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिल रहा है। इस मौके पर एसटीएस मदन व टीबी एचवी नवीन श्रीवास्तव मौजूद रहे।

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