वाराणसी
सिंचाई विभाग में पदों की कटौती पर उबाल, कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध

सरकारी आदेश पर बिफरे कर्मचारी, शासन को दी आंदोलन तेज करने की चेतावनी
वाराणसी। राज्य सरकार द्वारा 14 मई को जारी किए गए शासनादेश के विरोध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और मुख्य अभियंता सोन कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। यह आंदोलन सिंचाई विभाग संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आह्वान पर आयोजित किया गया, जिसमें दो दिवसीय विरोध कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, वाराणसी के जिलाध्यक्ष श्री शशिकांत श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि शासनादेश के तहत उप राजस्व अधिकारी के 137 पदों में से मात्र 45, जिलेदार के 600 पदों में से 283 पद तथा मुंशी के 317 पदों को छोड़कर शेष सभी पदों को समाप्त कर दिया गया है। इसके साथ ही सींचपाल, नलकूप चालक एवं हेड मुंशी के पदों को मृत संवर्ग घोषित कर दिया गया है। कर्मचारियों ने इसे अन्यायपूर्ण एवं जनविरोधी निर्णय बताया।
प्रदर्शनकारियों ने कार्यस्थल पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और सायं 5 बजे मुख्य अभियंता कार्यालय के गेट पर सभा आयोजित कर सरकार से इस शासनादेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की। चेतावनी दी गई कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
प्रदर्शन का संचालन सिंचाई संघ के अध्यक्ष श्री सत्येंद्र रघुवंशी ने किया। सभा को शशिकांत श्रीवास्तव, इंजीनियर पी.के. राय, सत्येंद्र रघुवंशी, अवधेश पांडेय, श्रीप्रकाश श्रीवास्तव, सर्वेश उपाध्याय, शशिकांत कुमार, सरताज अहमद, नीरज सिंह, जयप्रकाश यादव, लालजी पटेल, अंजनी सिंह, संतोष कुमार, विनोद सोनकर, बिनोद तिवारी, ऋषि सक्सेना, प्रशांत सोनकर, हरिश्चंद्र पटेल, शिवकुमार लाल श्रीवास्तव, सुनील कुमार, शहनवाज सिद्दीकी, अजय श्रीवास्तव, संजय कुमार, महेंद्र कुमार, जमीला खां, अभिषेक सिंह, मनोज कन्नौजिया, वीरेंद्र कुमार, संजीव कुमार, मनीष वर्मा, अविनाश मौर्य, नरेंद्र, छोटेलाल चंद्र, हरेंद्र यादव, कौशल पाठक, विकेश चौहान, सुदीप्त वर्मा, दीप नारायण राय, रवि प्रकाश सहित दर्जनों वक्ताओं ने संबोधित किया।