वाराणसी
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ सरकार का सौतेला व्यवहार
रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
वाराणसी| उत्तर प्रदेश के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान विभाग के अंतर्गत पत्रकारिता एवं जनसंचार विज्ञान के छात्रों का विश्वविद्यालय और वर्तमान सरकार के प्रति असंतोष की भावना और भारत के चौथे स्तंभ पत्रकारिता के छात्रों के साथ सरकार का सौतेला व्यवहार क्यों, छात्रों ने माननीय मुख्यमंत्री जी के टेबलेट और मोबाइल वितरण के वादे की बात को गलत बताते हुए सरकार से नाराजगी जताई है सरकार के द्वारा लाई गई इस योजना के कुछ ही दिन बाद समय भीतर छात्रों ने अपने विभाग तथा संगणक विभाग में संपर्क किया विभाग ने बताया कि कोई फार्म आप लोगों को नहीं भरना है विभाग स्वयं छात्रों का आंकड़ा प्रशासन को भेज देगा
वर्तमान समय में जब छात्रों ने नोडल अधिकारी से बात किया तो उनके अनुसार सरकार द्वारा कुल मिलाकर 691 मोबाइल और टेबलेट आने का सूचना मिला परंतु पत्रकारिता एवं जनसंचार विज्ञान के छात्रों का वितरण लिस्ट में नाम ना होने से छात्र अत्यंत मायूस वह दुखी हुए और फिर छात्रों ने संगणक विभाग के अधिकारी विजय मणि तिवारी जी के पास गए जहां जाकर पता लगा कि शासन के द्वारा पत्रकारिता जनसंचार विभाग के छात्रों का लिस्ट अविष्कार कर दिया गया है ऐसा क्यों क्या जिस पत्रकारिता की डिग्री का वितरण स्वयं राज्यपाल महोदय के द्वारा किया जाता है प्रशासन उस डिग्री को मान्यता क्यों नहीं दे रही है और वह डिग्री अमान्य है क्या , फिर छात्र कुलपति जी के पास गए लेकिन कुलपति जी जरूरी सभा में शामिल होने के कारण मुलाकात ना हो सका छात्रों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन व वर्तमान योगी जी के सरकार के सौतेले व्यवहार से अत्यंत नाराज व दुखी हैं
ऐसा सौतेला व्यवहार संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पत्रकारिता के छात्रों के साथ क्यों हो रहा है।