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वाराणसी

संत कबीर प्राकट्य स्थल लहरतारा में कबीर जयंती महोत्सव में आस्था का उमड़ा जनसैलाब

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रिपोर्ट – मनोकामना सिंह

वाराणसी| ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के पावन दिवस पर संत शिरोमणि सदगुरु श्री कबीर साहेब की प्राकट्य स्थली लहरतारा धाम में कबीर प्रकट दिवस कबीर जयंती का भव्य आयोजन हर्षोल्लास के साथ कबीरपंथी अनुयायियों एवं साधुओं की उपस्थिति में आयोजित किया गया कबीर के धाम में भक्तों की आस्था का एवं श्रद्धा का जनसैलाब उमड़ पड़ा भक्ति के माहौल में भजन कीर्तन, ध्यान, सत्संग के साथ-साथ भक्त अपने सद्गुरु के श्री चरणों में श्रद्धा अर्पित करते हुए दिखाई पड़े।

बड़ी संख्या में युवक युवतियां महिला तथा पुरुषों ने सदगुरु कबीर साहेब के दिखाए मार्ग पर चलने का एवं कबीर पंथ को आत्मसात करने का संकल्प लिया इस पावन अवसर पर महंत गोविंद दास शास्त्री ने कहा कि आज बड़ा ही पावन दिवस है आज हम सब संत कबीर साहेब का 624 वा प्राकट्य दिवस मना रहे हैं कबीर साहेब का प्रादुर्भाव आज के ही दिन ज्येष्ठ पूर्णिमा को काशी लहरतारा ताल के पास हुआ था विश्वकल्याण के वास्ते संत कबीर दास जी ने इस धरा पर जन्म लिया था और अपने ज्ञान एवं उपदेशों के माध्यम से जन-जन को कल्याण का मार्ग दिखलाया संत कबीर साहेब के गुणों का बखान करते हुए महंत जी ने कहा कि
“जो तू आया जगत में जग हंसे हम रोए। ऐसी करनी कर चलो हम हंसे जग रोए।।”

कर्म के आधार पर समाज में हमारी प्रतिष्ठा होती है बिना कर्म के हमें कोई न कोई जानने वाला नहीं होता इसलिए सद्गुरु के दिखाए मार्ग पर चलकर हमें जीवन सफल बनाना है कबीर जयंती के अवसर पर मठ के प्रांगण में विशाल भंडारा प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई थी जिसमें पूरी सब्जी दाल चावल , मीठा बूंदी का प्रसाद वितरण किया गया दर्शनार्थ आए हुए सभी भक्तगण दर्शन उपरांत भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया गया।

कबीर जयंती महोत्सव में कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव दर्शन पूजन के लिए पधारे थे उन्होंने दर्शन उपरांत अपने उद्बोधन में कहा कि संत कबीर साहेब की वाणी से 600 वर्षों से ज्यादा समय बीतने के बाद भी आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी कि उस समय थी उसे भुलाया नहीं जा सकता।

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प्रधानमंत्री वाराणसी कार्यालय के प्रभारी श्री शिवशरण पाठक जी ने कहा कि कबीर साहेब इस संसार में जगत कल्याण के लिए प्रकट हुए और अपने जीवन काल में समाज सेवा उत्थान के लिए कार्य किया। एनओसी फाउंडेशन के शैलेष बरनवाल जी ने कहा कि संत कबीर साहब ने सत्य की राह पर चलने पर बल दिया था परेशानी चाहे जो भी आए विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष श्री कन्हैया सिंह ने कहा कि कबीर साहिब जी एकात्म मानववाद के प्रणेता थे वे मानव समाज का कल्याण करने के लिए इस संसार में आए थे।

संत कबीर प्राकट्य स्थल में आयोजित दो दिवसीय कबीर जयंती कार्यक्रम में देश भर से विभिन्न प्रदेशों के श्रद्धालु आए थे जिसमें 34 एवं 36 पी एस सी वाहिनी ने संयुक्त रूप से बैंड धुन से कबीर साहेब जी की वाणियो सुनाया। इस अवसर पर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड,छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश,झारखंड,बिहार, महाराष्ट्र,गुजरात इत्यादि प्रदेशों कबीरपंथी भक्तगण यहां आए थे।

इसके अतिरिक्त जयंती के कार्यक्रम में मुख्य रूप से गौरव शुक्ला पत्रकार,जितेंद्र गुप्ता, दयाल दास, साध्वी राधा साहेब, श्यामदास पुजारी, ग्राम प्रधान आशीष सरोज, पूर्व ग्राम प्रधान रमेश, रविदास मंदिर के प्रबंधक प्रभु आदि मुख्य रूप से सेवा में उपस्थित रहे।

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