वाराणसी
संघ के शताब्दी वर्ष पर पथ संचलन का हुआ अभ्यास

वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में न्याय नगर की वरुणा शाखा समेत विभिन्न शाखाओं में पथ संचलन अभ्यास का आयोजन किया गया। रविवार प्रातः 6:30 बजे कंपनी गार्डन (कचहरी के पास) में हुआ यह अभ्यास आगामी 2 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक चलने वाले कार्यक्रमों की तैयारी का हिस्सा रहा।
संघ का 100वाँ वर्ष इस विजयादशमी को पूरा हो रहा है। इसी अवसर पर काशी प्रांत की सभी शाखाओं में गणवेशधारी पथ संचलन आयोजित किए जाएंगे। संघ ने शताब्दी वर्ष के अंतर्गत विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला तय की है, जिनमें शाखाओं से गणवेशधारी पथ संचलन, विशेष प्रार्थना, बौद्धिक गोष्ठियाँ और समाज में एकता, अनुशासन एवं सेवा भाव बढ़ाने वाले आयोजन शामिल हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन नागपुर में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा की गई थी। संघ का उद्देश्य समाज में संगठन, अनुशासन, सेवा और राष्ट्रीयता की भावना का विकास करना है। पिछले 100 वर्षों में संघ ने शिक्षा, सेवा, आपदा प्रबंधन, संस्कृति संरक्षण और राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
आज हुए अभ्यास में सुरेंद्र, आनंद, संजीव, निर्मल, सोमनाथ, पूर्व पार्षद दिनेश, सुजीत, पार्षद संदीप सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे। बाल स्वयंसेवक रुद्रांश, श्रीवांश, यश, अनंत, सत्यम, रुपेश, नंदलाल, हरिश्चंद्र, अनुराग और अभिषेक भी अभ्यास में भाग लिए।