मऊ
संघर्षों के पर्याय डॉ. सरफराज अहमद को दी गई भावभीनी विदाई

घोसी (मऊ)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोसी के सभागार में डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के निवर्तमान जिलाध्यक्ष डॉ. सरफराज अहमद के सम्मान में एक भावनात्मक विदाई समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएचसी प्रभारी डॉ. एसएन आर्या ने की, जिसमें जिले भर के फार्मासिस्टों एवं गणमान्य नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और डॉ. सरफराज को फूल-मालाओं से लादकर विदाई दी।
मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अल्ताफ अंसारी ने डॉ. सरफराज को संघर्षों का प्रतीक बताते हुए कहा कि वे न केवल संगठन के लिए सदैव अग्रणी रहे, बल्कि एक नेकदिल इंसान के रूप में जरूरतमंदों की सेवा में भी हमेशा तत्पर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश गुप्त ने कहा कि उन्होंने विभागीय जिम्मेदारियों के साथ-साथ संगठनात्मक और सामाजिक उत्तरदायित्वों को भी बखूबी निभाया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान खान ने उन्हें गरीबों का हमदर्द बताया, वहीं सीपीएम के जिला मंत्री और वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल अज़ीम खान ने उनके व्यक्तित्व और सेवाभाव पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि रिटायरमेंट के बाद अब वे अपना पूरा समय समाज सेवा को समर्पित करेंगे।
डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष महेंद्र यादव ने उनके साथ किए गए संगठनात्मक संघर्षों को याद किया।लंबे समय तक जिला अस्पताल में स्टोर इंचार्ज रहे डॉ. मलिक ने डॉ. सरफराज के कामों की सराहना की, जबकि तहसील बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष तारिक ज़फर आज़मी ने उनके सेवाकाल को प्रेरणादायक बताया।
इस मौके पर प्रसिद्ध शायर अबरार घोसवी ने अपनी शायरी से समां बांध दिया।समारोह की अध्यक्षता कर रहे अधीक्षक डॉ. एसएन आर्या ने कहा कि डॉ. सरफराज ने अपनी सेवा के दौरान विभागीय कार्यों को अत्यंत जिम्मेदारी और निष्ठा से निभाया है। उनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाती रहेगी।
समारोह में अशोक कुमार, हंसराज यादव, महेंद्र कुमार यादव, एडवोकेट मुज्तबा, रामानुज, रामभुवन मौर्या, जेपी मौर्या, रहमतुल्लाह अंसारी, अलीम, राजीव अकेला, अशोक सिंह, रेखा श्रीवास्तव, मोहम्मद साबिर, इनामुलहक अंसारी, प्रताप, संतोष, चंद्रसेन, रामनिवास, नवीन सिंह, अजीत यादव, रमाशंकर गुप्त आचार्य, बालचंद गुप्ता सहित बड़ी संख्या में फार्मेसिस्ट, समाजसेवी योगेश तिवारी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार सुदर्शन कुमार ने किया।