मिर्ज़ापुर
श्री अन्न से समृद्ध होगी हर थाली: कृषि मंत्री

प्रधानमंत्री की मंशा, हर देश की थाली में हो भारतीय मिलेट्स का एक अंश – सूर्य प्रताप शाही
मिर्जापुर। प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने गुरुवार को मिर्जापुर जिले के भ्रमण के दौरान कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं जानी और उनके समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। अष्टभुजा निरीक्षण गृह में आयोजित इस बैठक में मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि भारत के पारंपरिक खाद्य अनाज ‘श्री अन्न’ (मिलेट्स) को वैश्विक पहचान मिले और हर देश की थाली में कम से कम एक भारतीय खाद्य उत्पाद सम्मिलित हो।
बैठक में जनपद मिर्जापुर, सोनभद्र और भदोही के एफपीओ प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने अपने क्षेत्र में उत्पादित अन्न, समस्याएं, मार्केटिंग की स्थिति और किसानों की भागीदारी की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर मीरजापुर नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, मझवां विधायक शुचिस्मिता मौर्य, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
एफपीओ को प्रोत्साहित करने की दिशा में सरकार प्रतिबद्ध
कृषि मंत्री ने एफपीओ को कृषि विविधीकरण की ओर प्रेरित करते हुए कहा कि परंपरागत खेती के साथ श्री अन्न, अरहर, ढैंचा, मक्का जैसी फसलों की ओर किसानों को मोड़ा जाए। उन्होंने ढैंचा को कम लागत व कम पानी में अधिक आमदनी देने वाली फसल बताते हुए कहा कि इसका बीज एक सप्ताह के भीतर सभी जनपदों में 50% अनुदान पर उपलब्ध होगा। उन्होंने मक्का की खेती को भी प्रोत्साहित करते हुए बताया कि मक्का से एथेनॉल उत्पादन, पशु चारा और पोल्ट्री सेक्टर में मांग लगातार बढ़ रही है।
श्री अन्न को वैश्विक मंच पर मिले पहचान
मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि “श्री अन्नपूर्णा एफपीओ” को असम राइफल्स, मेघालय द्वारा 5 मीट्रिक टन प्रतिमाह मिलेट्स की आपूर्ति का आदेश प्राप्त हुआ है, जो क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। उन्होंने एफपीओ को ऐसे प्रयासों के लिए बधाई देते हुए कहा कि सरकार श्री अन्न के लिए टेस्टिंग, प्रोसेसिंग यूनिट कृषि विश्वविद्यालयों में स्थापित कराने हेतु कार्यरत है, ताकि कम शुल्क में गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।

मोबाइल वैन योजना को मिली हरी झंडी
मंत्री ने मौके पर श्री अन्न की बिक्री के लिए तैयार एक मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो शहरों में भ्रमण कर उत्पादों की बिक्री करेगी। उन्होंने बताया कि “अन्नपूर्णा उद्यम योजना” के तहत 10 लाख तक का अनुदान एफपीओ को मोबाइल वैन संचालन के लिए दिया जा रहा है।
बैंकों से जुड़ी समस्याओं का होगा समाधान
एफपीओ प्रतिनिधियों द्वारा बैंकों से ऋण प्राप्त करने में आ रही समस्याओं को लेकर मा. मंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि बैंक अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्याओं का शीघ्र निस्तारण किया जाए। साथ ही, एफपीओ की एक समरी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश भी दिए।
कृषि विविधीकरण और महिला भागीदारी की सराहना
बैठक में “विंध्य सब्जी बीज प्रोड्यूसर कंपनी”, “नव चेतना एफपीओ”, “उमा मेसर्स फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी”, “सिटी फार्मर प्रोड्यूसर मीरजापुर” सहित कई संगठनों ने जैविक खेती, वर्मी कंपोस्ट, प्राकृतिक खेती, फ्लिपकार्ट और अमेजन पर बिक्री के अनुभव साझा किए। मंत्री जी ने महिलाओं की 60% भागीदारी की विशेष सराहना की।
विंध्यवासिनी देवी मंदिर में किया दर्शन
भ्रमण के अंत में मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विंध्याचल धाम स्थित मां विंध्यवासिनी देवी के मंदिर में विधिवत मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। उनके साथ संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. अशोक उपाध्याय, उप निदेशक विकेश पटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।