वाराणसी
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के पास स्टील की रेलिंग में उतरा करंट, श्रद्धालुओं में हड़कंप
काशी विश्वनाथ धाम के पास स्टील की रेलिंग में करंट उतरने से भक्तों में अफरा-तफरी मच गई। काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए कतारबद्ध भक्तों को और कोदई चौकी मोड़ और बांसफाटक पर करंट का झटका महसूस हुआ। इसके बाद ढाई घंटे तक गोदौलिया चौराहा पूरी तरह से जाम के आगोश में समाया रहा। सूचना पर पहुंचे विद्युतकर्मियों ने क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद करके बांसफाटक और कोदई चौकी मोड़ वाले स्थान से तार दुरुस्त कराया। श्रद्धालुओं, स्कूली बच्चों, राहगीरों और स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दशाश्वमेध पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला।
जानकारी के अनुसार, श्रीकाशी विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र कतारबद्ध श्रद्धालुओं को बांसफाटक और कोदई चौकी मोड़ के पास शनिवार की सुबह लगभग साढ़े आठ बजे स्टील रेलिंग में करंट का झटका महसूस हुआ। करंट का झटका लगते ही स्टील बैरिकेडिंग के अंदर से महिलाएं, पुरुष और बच्चे बाहर निकलकर भागे। इसमें कई श्रद्धालु गिरकर चोटिल भी हुए। छह से सात दर्शनार्थियों का मोबाइल भी गिरने से क्षतिग्रस्त हो गया।
श्रद्धालु बैरिकेडिंग से बाहर निकलकर बीच सड़क पर आ गए। भागने के दौरान कई बुजुर्ग श्रद्धालुओं के हाथ और पैर में चोटें आईं। इस दौरान क्षेत्र में जाम की स्थिति बन गई थी। श्रद्धालुओं के बीच धक्का मुक्की से कोई कुछ समझ नहीं पाया। बाद में मालूम चला कि रेलिंग में करंट उतर रहा है तो स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग को सूचना दी। लगभग 30 मिनट के बाद पहुंचे विद्युत कर्मियों ने बांसफाटक और कोदई चौकी मोड़ के पास तार को हटवाया।
इस दौरान एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि, एकाएक जब करंट का झटका लगा तो कुछ समझ में नहीं आया क्या हो गया। महादेव की कृपा से जान बच गई। तो वहीं दूसरे व्यक्ति ने बताया कि, ‘महादेव’ ने नया जीवन दान दिया है, अन्यथा करंट से जान भी जा सकती थी। एक अन्य व्यक्ति ने थोड़े आक्रामक शब्दों में बिजली विभाग के खिलाफ खीझ निकलते हुए कहा कि, बिजली विभाग में ज्यादातर लोग लापरवाही से काम करते हैं। उन्हें लोगों की जान जाने से कोई परवाह नहीं।
इस घटना के संदर्भ में बिजली निगम के अधिशासी अभियंता आशीष कुमार ने बताया कि, मंदिर प्रशासन ने बैरिकेडिंग के लिए जो स्टील का पाइप लगाया है। उसे लगाने के लिए खोदे गए गड्ढे के नीचे तार गया था। इसी दौरान तार के छू जाने से रेलिंग में करंट आ गया। सूचना के बाद इसे तत्काल ठीक करा दिया गया।