पूर्वांचल
शीतलहर से बचाव के लिए जिलाधिकारी की अपील

बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष सतर्कता
गाजीपुर। जिले में बढ़ती ठंड और शीतलहर के मद्देनजर अपर जिलाधिकारी (वि.रा.) दिनेश कुमार ने नागरिकों से सतर्क रहने और आवश्यक बचाव के उपाय अपनाने की अपील की है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष सतर्कता:
उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को अत्यधिक ठंड के दौरान घर में ही रहने की सलाह दी गई है। बाहर निकलना बहुत आवश्यक हो तभी सावधानीपूर्वक निकला जाए। स्थानीय समाचार माध्यमों और मोबाइल फोन से मौसम की जानकारी लेते रहें और दूसरों को भी सतर्क करें।
शरीर को रखें गर्म और सुरक्षित:
भीगे कपड़े न पहनें, क्योंकि यह शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। कोयले की अंगीठी, हीटर या अन्य गर्म उपकरणों का उपयोग करते समय कमरे में वेंटिलेशन अवश्य सुनिश्चित करें। सोने से पहले हीटर या अंगीठी को बंद कर दें।
गर्म कपड़े और पोषण का ध्यान:
गर्म कपड़े जैसे ऊनी स्वेटर, टोपी और मफलर पहनें। शरीर को ऊष्मा देने वाले पोषक आहार और गर्म पेय पदार्थों का नियमित सेवन करें। हाइपोथर्मिया के लक्षण महसूस होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
पशुओं के लिए निर्देश:
ठंड से पशुओं की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है। उन्हें खुले स्थान पर रात में न रखें और गर्म रखने के लिए पुरानी जूट की बोरियां या कंबल का उपयोग करें। नवजात देने वाले पशुओं के पास अलाव जलाकर रखें, लेकिन सुरक्षा का ध्यान रखें। पशुओं को ठंड में स्नान कराने से बचें और उनके बैठने की जगह पर पराली बिछाएं।
आपातकालीन तैयारी:
किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पुलिस, चिकित्सा और अग्निशमन के नंबरों को एक डायरी में लिखकर परिवार के सभी सदस्यों को इसकी जानकारी दें।
सावधानी बरतें, सुरक्षित रहें:
शीतलहर के प्रभाव से बचने के लिए हरसंभव सावधानी बरतें। सड़क पर फॉग लाइट का उपयोग करें और अपने आसपास के अकेले रहने वाले बुजुर्गों का ख्याल रखें।
जिलाधिकारी ने कहा कि ठंड के मौसम में सुरक्षा और सतर्कता से ही इसे सहज रूप से पार किया जा सकता है।