वाराणसी
शासन की सख्तीः छात्रवृत्ति के लिए अब विद्यार्थियों की होगी बायोमेट्रिक अटेंडेंस
रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
वाराणसी| छात्रवृत्ति के लिए अभ सभी विद्यार्थियों को बायोमेट्रिक अटेंडेंस अनिवार्य कर दिया गया है। हर स्कूल-कॉलेज में बायोमेट्रिक अटेंडेंस की सुविधा उपलब्ध होगी और इस मशीन से 75 फीसद उपस्थिति वाले विद्यार्थियो को ही छात्रवृत्ति मिल पाएगी। अब स्कूल-कॉलेज प्रबंधन को विद्यार्थियों की अटेंडेंस के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगवाना होगा।
समाज कल्याण निदेशक ने जारी किया है पत्र
इस संबंध में समाज कल्याण निदेशक ने सभी कमिश्नर व कलेक्टर को पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि छात्रवृत्ति वितरण में पारदर्शिता के लिए अब शिक्षण संस्थाओं में बायोमेट्रिक मशीन लगवा कर उसी से नियमित उपस्थिति दर्ज कराई जाए। इस मशीन से जिन छात्र-छात्राओं की उपसथिति 75 प्रतिशत या उससे अधिक हो उसे ही छात्रवृत्ति दी जाएगी।
दो तरह की बायोमेट्रिक मशीन
शासन स्तर से दो तरह की बायोमेट्रिक मशीन लगाने को कहा गया है। ऐसा इंटरनेट की उपलब्धता को लेकर है। इसके तहत जहां बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी है वहां आधार बेस और जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी पूअर है वहां साधारण बायोमेट्रिक मशीन लगाई जाएगी।
अपात्रों को छात्रवृत्ति योजना से दूर करने को बायोमेट्रिक अटेंडेंस
इश संबंध में विभाग का मानना है कि कई शिक्षण संस्थानों में रोजाना पढ़ने न आने वाले विद्यार्थी भी अब तक छात्रवृत्ति योजना का लाभ पा जाते रहे हैं। ये अपात्र वो हैं जो यदा-कदा ही स्कूल-कॉलेज जाते हैं या कई तो सिर्फ परीक्षा के लिए ही जाते हैं। अब ऐसे विद्यार्थी जो नियमित क्लास नहीं करते उन्हें छात्रवृत्ति से वंचित होना पड़ेगा।
वाराणसी में एक लाख से अधिक विद्यार्थियों को मिलती है छात्रवृत्ति
वाराणसी में कक्ष नौ से लेकर 12, स्नातक, परास्नातक तथा टेक्निकल एजुकेशन ग्रहण करने वाले एक लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को हर साल छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। इसमें वो विद्यार्थी भी शामिल है जिनके लिए शासन से शुल्क प्रतिपूर्ति का भुगतान होता है।
“स्कूल-कॉलेजों को अब छात्रवृत्ति के लिए बायोमेट्रिक मशीन से विद्यार्थियो की उपस्थिति देनी होगी। जिन छात्रों की बायोमेट्रिक अटेंडेंस 75 प्रतिशत होगी उन्हें ही छात्रवृत्ति मिलेगी। इसके लिए साफ्टवेयर तैयारा किया जा रहा है। इस साफ्टवेयर से ही विभाग छात्रों की उपस्थिति की पुष्टि करेगा।