वाराणसी
वाराणसी में रोपवे से पहले वाटर बोट सेवा की तैयारी, ट्रायल शुरू
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रोपवे परियोजना से पहले गंगा में वाटर बोट सेवा शुरू होने जा रही है। इन बोटों का ट्रायल आरंभ हो गया है। उम्मीद है कि अगले महीने से इन्हें नियमित रूप से चलाया जाएगा। शुरुआती चरण में चार बोटों का संचालन प्रस्तावित है, जिनमें से दो का ट्रायल सफल रहा है। इनका मार्ग रामनगर से नमो घाट तक तय किया गया है। इससे पर्यटकों को घाटों की सुंदरता और गंगा आरती का आनंद लेना बेहद सुविधाजनक हो जाएगा।
लगभग दो वर्ष पूर्व गुजरात की एक कंपनी की ओर से सीएसआर फंड से 10 वाटर बोट उपलब्ध कराई गई थीं। इनके संचालन की जिम्मेदारी वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (वीसीटीएसएल) को दी गई थी, लेकिन कई कारणों से इन्हें शुरू नहीं किया जा सका। इसके दौरान इन्हें पर्यटन विभाग को सौंपने की प्रक्रिया भी शुरू हुई, मगर अब दोबारा वीसीटीएसएल को ही संचालन की जिम्मेदारी मिली है। फिलहाल सभी बोट रामनगर के राल्हूपुर स्थित मल्टी मॉडल टर्मिनल पर खड़ी हैं।
वीसीटीएसएल ने संचालन के लिए सेवा प्रदाता रामनरेश निषाद के साथ अनुबंध किया है। बोट की टिकट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से बुक की जा सकेगी। अनुबंध के अनुसार बोट में सुरक्षा और दृश्यता बढ़ाने के लिए आवश्यक बदलाव किए गए हैं। दोनों तरफ बड़े शीशे लगाए गए हैं और सीटों व बाहरी बॉडी में सुधार कार्य किया गया है। दो अन्य बोटों को भी तैयार किया जा रहा है। यात्रियों के चढ़ने-उतरने के लिए घाटों पर जेटी लगाने हेतु नगर निगम से पत्राचार चल रहा है। यह जानकारी सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (वीसीटीएसएल) ए.के. सिंह ने दी।
प्रत्येक बोट में 50 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति ने इनके किराये को मंजूरी दे दी है। प्रति व्यक्ति न्यूनतम किराया 125 रुपये और अधिकतम 325 रुपये निर्धारित किया गया है। वहीं दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती देखने के लिए दो घंटे की यात्रा का प्रति यात्री किराया 175 रुपये तय किया गया है।
