वाराणसी
वाराणसी में बोले मनोज तिवारी – किसी को रिपोर्ट नहीं मारूंगा, वजह जान काशीवासियों ने लगायें ठहाके
पीएम मोदी गरीबों और बेसहारों के मसीहा : मनोज तिवारी
लोकसभा चुनाव में अंतिम चरण का मतदान 1 जून को बनारस में होना है। बनारस देश की सबसे वीवीआईपी सीट है क्योंकि यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री के प्रचार प्रसार के लिए भाजपा शहर के विभिन्न क्षेत्र में लगा हुआ है। केंद्रीय मंत्री से लेकर सांसद विधायक और मुख्यमंत्री तक जनसभा के माध्यम से लोगों को बीजेपी सरकार द्वारा किए गये 10 साल की उपलब्धियों गिनाया जा रहा। सांसद मनोज तिवारी भी रविवार को बनारस के पंचकोशी में आयोजित जनसभा में मौजूद रहे।

मनोज तिवारी ने कहा कि, मैं पूरे देश में गली-गली जा रहा हूं। मैं आज बनारस में जहां खड़ा हूं, कभी मैंने यहां गाने की शूटिंग की थी। आज यहां से गुजर रहे थे तो गाड़ी रोक पीएम मोदी के लिए यहां मौजूद लोगों से कहा कि भईया जागे रहना, दीदी जागे रहना, क्योंकि मोदी इस देश का भाग्य बन गए हैं। मनोज तिवारी ने एक नया गीत गाया “फिर से बीजेपी के तू लाई दिहा….मोदी जी के जिताई दिहा हो। इस गाने को गाने से पहले उन्होंने कहा कि यह मैने नया बनाया है। अभी कहीं रिकार्ड नहीं किया है आप लोग इसे रिकार्ड कर लीजिए और चला दीजिए किसी को रिपोर्ट नहीं मारूंगा। इस दौरान खूब ठहाके लगे और लोगों ने मनोज तिवारी के सेंस ऑफ़ ह्यूमर की काफी तारीफ की।

मनोज तिवारी ने कहा पीएम गरीबों, बेसहारों के लिए मसीहा बन गए हैं। ये हमारा कर्तव्य बनता है, हमें उनको वोट देना है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें वोट भी ऐसा देना है कि दुनिया देखे कि मोदी कितने ज्यादा वोटों से जीतते हैं।
गत दिनों बनारस में हुए प्रियंका और डिंपल यादव के रोड शो को लेकर पूछे गये सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा कि, उनकी कैसी ताकत है। जो भारत की सेना को गाली देता है, उसको कांग्रेस टिकट दे रही है। मेरा मानना है कि अब इस देश मे गरीबों की ताकत बढ़नी चाहिए। वो बढ़ाने का काम मोदी जी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग लगभग 370 सीटों तक पहुंच चुके हैं। अब अंतिम चरण है और पक्का 400 पार होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सातों सीट हम जीत रहे हैं। 5 लाख के आसपास वोटों से कन्हैया कुमार को हराएंगे। मनोज तिवारी ने कन्हैया कुमार को महिषासुरका पुजारी बताया और कहा कि हम लोग मां दुर्गा के भक्त हैं।
