वाराणसी
वाराणसी : प्रधानमंत्री से मिलने जा रहे कांग्रेस के नेताओं को पुलिस ने रोका

वाराणसी। आज 20 अक्टूबर को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिला/महानगर कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल स्थानीय सांसद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मिलने की योजना बनाई थी जिसमें पांच मुख्य मुद्दे उठाए जाने थे। प्रशासन ने कांग्रेसजनों को कार्यालय से बाहर जाने से रोक दिया। जिसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया और मैदागिन चौराहे पर स्वर्गीय राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एसीपी कोतवाली के माध्यम से प्रधानमंत्री को संबोधित चार मांगों का पत्र सौंपा।
कांग्रेस द्वारा उठाए गए प्रमुख मुद्दों में पहला यूपी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह द्वारा प्रियंका गांधी पर की गई अभद्र टिप्पणी की कड़ी निंदा और उनकी बर्खास्तगी की मांग थी।
दूसरा बाबा विश्वनाथ मंदिर के प्रसाद का जिम्मा अमूल कंपनी को दिए जाने से महिलाओं की बेरोजगारी पर चिंता जताते हुए इसे वापस लेने की अपील की गई।
तीसरा बीएचयू में गैंगरेप के आरोपी भाजपा सदस्य के खिलाफ छात्रों के विरोध पर की गई कार्रवाई का विरोध किया गया और छात्रों को निलंबित करने पर सवाल उठाए गए।
चौथा काशी के संपूर्णानंद स्टेडियम का नाम बदलने का विरोध करते हुए उसे पूर्व नाम पर रखने की मांग की गई। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की भी मांग की गई।
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे और जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल ने किया। उन्होंने सरकार की तानाशाही और विपक्ष के सवालों से डरने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेसजन जनता के मुद्दों पर डटे रहेंगे। कार्यक्रम में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।