वाराणसी
वाराणसी पुलिस की कर्तव्यनिष्ठा पर लगा सवालिया निशान

मंदिर के महंत और ऑटो गैराज संचालक पर हुए जानलेवा हमले में 24 घंटे बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं
वाराणसी । जब से पुलिस कमिश्नरेट की स्थापना हुई है तब से आपराधिक घटनाओं की बाढ़ आ गई है, अपराधी बेलगाम हो गए हैं । पुलिस सिर्फ अवैध वसूली में लिप्त है, पुलिस को इससे मतलब नहीं कि किसी के साथ क्या घटना घट रही है और वह किस हालत में है । उदाहरण मंदिर के एक महंत और ऑटो गैरेज संचालक पर हमले के रूप में सामने आया है । 24 घंटे बाद भी पुलिस अब तक किसी हमलावर को गिरफ्तार नहीं कर पाई है ।
बुधवार की देर रात लगभग 11:00 बजे सारनाथ थाना क्षेत्र के अकथा स्थित पशुपतेश्वर महादेव मंदिर के महंत बाल योगी जी पर कुछ अराजक तत्वों में अचानक जानलेवा हमला कर दिया था । अराजक तत्व मंदिर की जमीन पर काफी दिनों से वहां अवैध कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं । जब महंत ने इसका विरोध शुरू किया तो उन्हें मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया गया । इस हमले में बाल योगी के सिर और कनपटी के पास चोट आई है । उन्हें मंडलीय चिकित्सालय के वार्ड नंबर 1 में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज चल रहा है ।

पुलिस के साथ मिलकर चिकित्सकों ने पहले तो इस मामले को रखा दफा करने की कोशिश की । लेकिन जब अस्पताल की सीएमएस डॉक्टर मृदुला मलिक ने पुलिस से सवाल किया कि पीड़ित का अब तक मेडिकल क्यों नहीं हुआ तब पुलिस अचानक हरकत में आई आनन फानन में गुरुवार को उनका मेडिकल कराया गया और धारा 125 तथा 151(3) बीएनएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया है । लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है । बाल योगी जी ने पुलिस प्रशासन से जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है । पुलिस कमिश्नर को एक पत्र भी दिया था अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी ।
इसी क्रम में गुरुवार को सायंकाल लगभग 7:00 बजे कैंट थाना क्षेत्र के घोसाबाद इलाके में कुछ अराजकतत्वों ने विधवा महिला सावित्री देवी के मकान पर अवैध कब्जा करने की कोशिश की । विरोध करने पर महिला व उसके पुत्र को हमलावरों ने मारना पीटना शुरू कर दिया और उसकी लज्जा भंग करने की कोशिश की । जब महिला का किराएदार ऑटो गैरेज संचालक विशाल विश्वकर्मा उसे बचाने पहुंचा तो हमलावरों ने सके सिर पर लोहे के रॉड से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया । विशाल विश्वकर्मा के सिर में सांघातिक चोट आई है । घटना के दौरान वह खून से लथपथ अचेत हो गया था । बाद में उसे जिला चिकित्सालय ले जाया गया । जहां प्राथमिक उपचार के बाद शुक्रवार को बीएचयू में सीटी स्कैन कराया गया ।
कैंट थाने और नदेसर पुलिस चौकी से घटना स्थल कुछ ही दूरी पर स्थित है, लेकिन पुलिस को अब तक ना तो घटना स्थल का निरीक्षण करने की फुर्सत मिली ना ही हमलावरों की गिरफ्तारी हो पाई । जिससे उनका मनोबल बढ़ा हुआ है और वह लगातार महिला और ऑटो गैरेज संचालक को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं ।