वाराणसी
वाराणसी के कबीर मठ के महंत विवेक दास पर एफआईआर

जोधपुर आश्रम के महंत ने साजिश रचने और धोखाधड़ी का लगाया आरोप
जोधपुर के फतेहसागर क्षेत्र स्थित कबीर आश्रम के महंत राजेंद्र दास की शिकायत पर वाराणसी के मूलगादी कबीरचौरा कबीर मठ के महंत विवेक दास पर राजस्थान के जोधपुर शहर में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में महंत विवेक दास के साथ उज्जैन के कबीर मठ के महंत चेतन दास का भी नाम शामिल है। फिलहाल जोधपुर सिटी पूर्व के उदय मंदिर थाने में धोखाधड़ी, कूटरचना और आपराधिक षणयंत्र रचने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में जुट में गई है।
महंत विवेक दास ने बिना अधिकार के महंत प्रमाणपत्र जारी किया, जो बाद में निष्तारित हो गया –
पीड़ित के अनुसार, चेतन दास बहुत पहले से ही इस संपत्ति के पीछे लगा था। अब उसने इसे हड़पने के लिए काशी के कबीर मठ के महंत विवेक दास को मिलकर मेरी महंती का प्रमाणपत्र करवाने के लिए एक निरस्तीकरण प्रमाणपत्र बनवा लिया, जब उन्होंने मुझे महंत घोषित ही नहीं किया तो वह नियमतः मुझे मेरे पद से हटा नहीं सकते। उन्होंने यह भी कहा कि- मै भी महंत विवेक दास को उनके पद से नहीं हटा सकता और न ही कोई लेटर जारी कर सकता हूँ, क्योंकि यह मेरा अधिकार नहीं।
आश्रम की संपत्तियों को लेकर है विवाद –

उदय मंदिर थाने में पीड़ित महंत राजेंद्र दास की शिकायत के अनुसार, फतेहसागर कबीर आश्रम के महंत और उनके गुरु प्रह्लाद दास कोविड 19 (कोरोना) के दौरान ब्रह्मलीन हो गए थे। उनके गुरु की घोषणा और आदेशानुसार, जुलाई 2021 में उन्हें फतेहसागर आश्रम का महंत नियुक्त किया गया। इस नियुक्ति के बाद से उज्जैन के कबीर पंथी संत चेतन दास की आश्रम की संपत्तियों को लेकर स्थिति बिगड़ गई।
पुलिस मुकदमा दर्ज कर, कर रही जांच –
इस मामले में पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार महंत ने तहरीर दी थी। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उज्जैन से महंत चेतन दास और बनारस से महंत विवेक दास को बुलाया जाएगा और उनसे पूछताछ की जाएगी।
महिला से अश्लीलता मामले में जेल जा चुके हैं महंत विवेक दास –
इसके पहले मई महीने में महंत विवेक दास महिला से अश्लीलता मामले में जेल जा चुके हैं। पीड़ित महिला ने महंत विवेक दास के खिलाफ साल 2022 में कई संगीन आरोप लगाए थे। महिला ने आरोप लगाते हुए कहा था कि कबीर मठ मूलगादी के महंत विवेक दास अपने साथियों के साथ मिलकर उन पर अश्लील टिप्पणियां की थी। इसके बाद एससी-एसटी कोर्ट ने वारंट जारी करते हुए महंत को तलब किया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और जेल भेज दिया गया था।