अपराध
लेखपाल का पत्नी और पिता सहित अपहरण, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने घटना से किया इंकार

डिप्टी एसपी ने मानी अपहरण की बात
जौनपुर जिले के थाना मुंगराबादशाहपुर क्षेत्र में कार सवार बदमाशों द्वारा एक लेखपाल, उसकी पत्नी और उसके ससुर के अपहरण की खबर वायरल होते ही पुलिस और राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया। बदमाशों ने बच्चों को छोड़ दिया था। हालांकि, अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शैलेंद्र सिंह ने इस घटना को झूठा बताया और कुछ ही घंटों में मामले का खुलासा करने का दावा किया।
बता दें कि बदलापुर तहसील में तैनात लेखपाल वीरपाल, अपने परिवार के साथ मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के जयपालपुर गांव में किराए के मकान में रहते हैं। उनके परिवार से एक खबर वायरल हुई कि कार सवार बदमाशों ने सोमवार/ मंगलवार की देर रात को घर के सामने गाड़ी खड़ी कर दरवाजा खटखटाया। घर के लोगों ने दरवाजा खोला तो बदमाश लोगों पर टूट पड़े और लेखपाल वीरपाल (38), पत्नी दीपा (35) एवं लेखपाल के पिता भागीरथी (60) का अपहरण कर लिया और कार में लेकर फरार हो गए। जबकि पुत्री अनन्या (10) व पुत्र आरव (07) को छोड़ दिया। इस खबर के फैलते ही पुलिस महकमे में हलचल मच गई। हालांकि, बदमाशों ने बच्चों को छोड़ दिया था और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेंद्र सिंह ने बताया कि जब पुलिस ने जांच की तो लेखपाल के पिता और अन्य परिजन घर के पिछले हिस्से में छिपे मिले, जबकि लेखपाल और उनकी पत्नी प्रयागराज के एक अस्पताल में घायल अवस्था में मिले। यह चोटें एक दुर्घटना के कारण हुई थीं, जिसकी पुष्टि खुद लेखपाल ने की थी। अब लेखपाल और उनके परिवार ने ऐसा क्यों किया ? इसकी जांच की जा रही है। वहीं, घटना को लेकर चर्चा हो रही है कि लेखपाल और अपहरणकर्ताओं के बीच पैसे के लेन-देन का मामला हो सकता है।