वाराणसी
लू और आपदा प्रबंधन को लेकर समीक्षा बैठक सम्पन्न, जिलाधिकारी ने दिए सख्त निर्देश

गर्मी से राहत के लिए हर चौराहे और मंदिर पर छाया-पेयजल की हो व्यवस्था – जिलाधिकारी
वाराणसी। गर्मी और लू के बढ़ते प्रकोप के मद्देनज़र वाराणसी के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आपदा, बाढ़ राहत एवं लू से बचाव को लेकर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि हीटवेव से निपटने के लिए जनपद में सभी तैयारियां मुकम्मल रहनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि भीड़भाड़ वाले स्थानों, मंदिरों और प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर छाया और शीतल पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पेयजल संकट न उत्पन्न हो, इसके लिए सभी खराब हैंडपंपों को तत्काल रिबोर कराने के निर्देश दिए। साथ ही चेतावनी दी कि किसी भी ग्राम पंचायत में पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न होने पर संबंधित ग्राम सचिव की जवाबदेही तय कर उन पर कार्यवाही की जाएगी।
पशु-पक्षियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने सभी तालाबों और पोखरों को भरवाने के आदेश दिए। साथ ही समस्त गोशालाओं में छाया, चारा-पानी और लू से बचाव हेतु ग्रीन नेट की व्यवस्था अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पशुओं के लिए पर्याप्त हरे चारे की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।
पर्यटक स्थलों, विद्यालयों, कार्यालयों और अन्य प्रमुख स्थलों पर प्याऊ लगवाने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गोशालाओं का दो दिनों के भीतर निरीक्षण कर व्यवस्थाओं से संबंधित रिपोर्ट फोटोग्राफ सहित प्रस्तुत की जाए।
आगामी बारिश के मौसम और संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए भी जिलाधिकारी ने आवश्यक सामग्री की समय से खरीद और टेंडर प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, अपर जिलाधिकारी वि/रा बंदिता श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी नागरिक आपूर्ति, सभी उप जिलाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, सिंचाई विभाग, विद्युत विभाग और नगर निगम सहित कई विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।