अपराध
लाखों का सामान चोरी कर भाग रही नौकरानी की मौत

वाराणसी। जैतपुरा के संजयनगर कॉलोनी, कॉटन मिल के पास वीडीए अपार्टमेंट में लाखों का सामान चोरी करके भाग रही नौकरानी की चौथे मंजिल से नीचे गिर कर मौत हो गई। जिस कारोबारी घर वह काम करती थी, उनके मकान की खिड़की खुली थी। जमीन पर कपड़े में बंधा सामान और ज्वेलरी बिखरे पड़े थे। मृतका की पहचान रेनू देवी के रूप में हुई। वह ढेलवारिया में रहती थी। उसके पास साड़ी का बंडल, एक पर्स और छाता मिला है। कुछ सामान बिल्डिंग की छत पर भी मिला।
मोहल्ले वालों ने उसको पहचान लिया और पुलिस को जानकारी दी। साथ ही रेनू के पति सच्चे लाल गोंड को भी जानकारी दी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना करते हुए मृतक युवती का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से सबूत जुटाए।
पुलिस के मुताबिक, नौकरानी ने चोरी तो कर ली थी, मगर भागने की जल्दबाजी में बारिश में पाइप गीला होने के चलते उसका हाथ-पैर फिसल गया और रेनू सिर के बल नीचे गिरी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, जैतपुरा के संजयनगर कॉलोनी कॉटन मिल के पास वीडीए अपार्टमेंट में आदित्य मेहरोत्रा परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने करीब एक साल पहले सच्चेलाल गोंड की पत्नी रेनू को साफ-सफाई के लिए रखा था। रेनू झाड़ू-पोछा करने के बहाने घर की हर चीज पर निगाह रखती थी।
वह आदित्य के घर से जाने और वापस आने और परिवार के सोने-जागने की सभी जानकारी जुटा रही थी। उसको ये भी पता था कि परिवार घर में कैश और ज्वेलरी कहां रखता है ? अलमारी की चाबी कहां रखी जाती हैं ?
फिर एक दिन साड़ी व्यापारी आदित्य मल्होत्रा ने अपने पोते के मुंडन की तैयारी बरेली स्थित अपने पैत्रक गांव कराना तय किया। इसके लिए कार्ड छप गए और रिश्तेदारों को आमंत्रण भी दिया गया। इसके साथ ही रेनू ने चोरी का प्लान बना लिया। उसे पता था, बरेली में मालिक को आने-जाने में चार-पांच दिन लगेंगे। घर पर झाड़ू-पोछा के दौरान वह शादी की तैयारियों और वहां जाने वालों की जानकारी भी लेती रही।
13 जुलाई को आदित्य की पत्नी ने उसे सुबह जल्दी बुलाया। साफ-सफाई करने के बाद रेनू ने कार में सामान भी रखवाया। जब सभी ताला बंद करने लगे, तो रेनू कुछ छूटने की बात कहकर अंदर गई। इसके बाद वह पीछे की तरफ की खिड़की खोल कर बाहर आ गई। फिर इसके बाद परिवार के सभी सदस्य कोलकाता रवाना हो गए।
कोलकाता जाने से पहले आदित्य ने कहा- 4-5 दिन काम पर मत आना आदित्य ने बरेली जाने के पहले रेनू को 5 दिन की छुट्टी दी। उससे कहा कि अब 4-5 दिन मत आना। हम लौटकर तुम्हें फोन करेंगे। मकान मालिक के शादी में जाने की बात उसने कॉलोनी में किसी से साझा नहीं की। अपने पति को भी नहीं बताया। वह कई घरों में काम करती थी और घर से रोज उसी टाइम निकलती-लौटती थी।

आस-पास रहने वाले लोगों की मानें, तो 14 जुलाई को भी वह कॉलोनी में आई। मकान तक गई, लेकिन यह रेगुलर मूवमेंट था। इसलिए किसी ने कोई सवाल नहीं किया। रविवार को छुट्टी होने और मोहल्ले में लोगों की भीड़ के चलते वह फ्लैट तक गई, फिर कुछ देर बाद लौट आई। इसके बाद उसने वारदात के लिए 15 जुलाई की शाम को चुना।मकान मालिक के रिश्तेदारी में जाने के बावजूद रेनू सोमवार को काम करने के बहाने से कॉलोनी में गई। फ्लैट के पीछे पहुंचकर पाइप के सहारे खिड़की से अंदर पहुंच गई।
रेनू ने घर की अलमारी खोली और 10 बनारसी साड़ियां निकाल लीं। घर के लॉकर में रखे गहने, रुपए और अन्य सामान निकाल लिया। अपनी मालकिन का पर्स और परफ्यूम भी कपड़े में बांध लिया। ज्वेलरी, परफ्यूम समेत कीमती सामान पर्स में डाला और छत पर पहुंच गई। वहां से उसने सारा सामान दो कपड़े की गठरी में बांधा। एक गठरी में 6 साड़ियां और दूसरी में 4 साड़ियां रखीं। कुछ अन्य कपड़े उसने अलग रख दिए। लेकिन छत से उतरने के दौरान पैर फिसलने की वजह से नौकरानी की गिर कर मौत हो गई।