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“रामलला मंदिर हमारी संस्कृति और आध्यात्म की महान धरोहर” : नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इसे भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता की अद्वितीय धरोहर बताया। प्रधानमंत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी भावनाएं साझा करते हुए लिखा,
“अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है। यह दिव्य-भव्य राम मंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में बड़ी प्रेरणा बनेगा।”
राम मंदिर: त्याग और तपस्या का प्रतीक
प्रधानमंत्री ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के मौके पर दिए अपने पुराने भाषण का एक वीडियो भी साझा किया। इस वीडियो में उन्होंने कहा था,
“22 जनवरी 2024 केवल एक तारीख नहीं, बल्कि एक नए युग का आरंभ है। सदियों के इंतजार, अनगिनत बलिदानों और तपस्या के बाद प्रभु राम हमारे बीच वापस आए। यह मंदिर केवल एक देवालय नहीं, बल्कि भारत की दृष्टि और राष्ट्र चेतना का प्रतीक है।”
राम मंदिर से राष्ट्र चेतना का जागरण
मोदी ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि राम मंदिर भारत की महानता, राष्ट्रीय गौरव और सांस्कृतिक उत्थान का प्रतीक है। उन्होंने कहा,
“यह भव्य मंदिर सिखाता है कि यदि लक्ष्य सत्य और सामूहिकता पर आधारित हो, तो उसे प्राप्त करना असंभव नहीं। गुलामी की मानसिकता को तोड़ते हुए, यह राष्ट्र नए इतिहास का निर्माण कर रहा है।”
देशभर में मनाई जा रही वर्षगांठ
रामलला मंदिर की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अयोध्या में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। देशभर में श्रद्धालु इस ऐतिहासिक दिन को हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं।