वाराणसी
राजस्व समीक्षा बैठक में अनुपस्थित मंडी सचिव को डीएम ने दी प्रतिकूल प्रविष्टि

राजस्व वसूली में लापरवाही पर अफसरों को चेताया, समयबद्ध लक्ष्य पूर्ति का निर्देश
वाराणसी। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने रविवार को कैंप कार्यालय में आयोजित राजस्व कार्यों, न्यायालयीन व कर-करेत्तर मामलों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राजस्व देयों की वसूली निर्धारित समय-सीमा में शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जाए। समीक्षा के दौरान अनुपस्थित मंडी सचिव जितेंद्र सिंह को जिलाधिकारी ने प्रतिकूल प्रविष्टि देने का आदेश दिया।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि पुराने लंबित राजस्व वादों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाए। दाखिल-खारिज एवं विवादित प्रकरणों के शीघ्र निपटारे के लिए पत्रावलियों पर ‘लाल पर्ची’ चिपकाकर कार्यवाही तेज करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि तीन वर्ष से अधिक पुराने मामलों का निस्तारण मेरिट के आधार पर अनिवार्य रूप से किया जाए।
सत्येंद्र कुमार ने जन शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण पर विशेष बल देते हुए कहा कि आईजीआरएस शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। जनसुनवाई पोर्टल पर किसी भी संदर्भ को लंबित न छोड़ा जाए तथा निस्तारण के उपरांत शिकायतकर्ता से फीडबैक अवश्य लिया जाए।
राजस्व वसूली पर विशेष ध्यान देते हुए डीएम ने सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने खनन विभाग की समीक्षा में कहा कि स्वीकृति प्राप्त किए बिना मिट्टी की खुदाई न की जाए, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी। अवैध खनन में जब्त वाहनों पर शीघ्र रिकवरी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
परिवहन विभाग को वाहन पंजीकरण की संख्या बढ़ाने एवं ओवरलोडिंग के विरुद्ध प्रवर्तन कार्य तेज करने को कहा गया। जिला आबकारी अधिकारी को अवैध शराब की तस्करी रोकते हुए आबकारी राजस्व में वृद्धि के प्रयासों को तेज करने का निर्देश दिया गया। गेहूं खरीद अभियान को भी समयबद्ध ढंग से शत-प्रतिशत पूर्ण करने की बात कही गई।
बैठक में एडीएम सिटी आलोक कुमार वर्मा, एडीएम (एफआर) वंदिता श्रीवास्तव, समस्त उप जिलाधिकारी एवं जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।