गाजीपुर
“युवा वर्ग को नशे से दूर रखना सबकी सामूहिक जिम्मेदारी” : डॉ. सुघर

गाजीपुर। “नशा मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत ‘शपथ ग्रहण कार्यक्रम’ स्नातकोत्तर महाविद्यालय मलिकपुरा में शुक्रवार को प्राचार्य प्रो. डॉ. दिवाकर सिंह के निर्देशन में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इतिहास विभाग प्रभारी शमशुल कमर के संयोजकत्व में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. शिव प्रताप यादव, अधिष्ठाता-छात्र कल्याण ने की।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता समाजशास्त्र के सहायक आचार्य डॉ. सुघर सिंह राजपूत ने नशा करने के शैक्षणिक, सामाजिक एवं पारिवारिक दुष्प्रभावों का विस्तार से विवेचन करते हुए कहा कि नशा केवल व्यक्ति को नहीं बल्कि उसके परिवार के साथ ही साथ समाज को भी खोखला करता है। नशा के कारण जहाँ विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित होती है, वहीं पारिवारिक संबंधों के साथ ही साथ आर्थिक स्थिति भी कमजोर होने लगती है। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को नशे से दूर रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
भूगोल के सहायक आचार्य डॉ. अजय कुमार चौहान ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों की भांति मानव संसाधन भी अनमोल है। नशा इस संसाधन को नष्ट करता है, इसलिए हमें इसे बचाना होगा।
अध्यक्ष डॉ. शिव प्रताप यादव ने उपस्थित शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं को नशामुक्त जीवन जीने तथा समाज को नशा से दूर रखने और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि नशामुक्त समाज ही स्वस्थ और सशक्त राष्ट्र की नींव रख सकता है। यदि शिक्षक और विद्यार्थी मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाएँ तो निश्चय ही स्वस्थ और सशक्त भारत का निर्माण संभव है। आइए हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि स्वयं भी नशा नहीं करेंगे और दूसरों को भी इसके दुष्परिणामों से जागरूक करेंगे।
मंच संचालन मनोविज्ञान की सहायक आचार्या डॉ. पूजा साहू ने किया। उन्होंने कहा कि नशा केवल शरीर को ही नहीं बल्कि मन, मस्तिष्क और व्यक्तित्व को भी दुर्बल करता है। नशा का त्याग ही सशक्त और संतुलित जीवन का आधार है। इसी सोच के साथ हमें नशा मुक्त भारत बनाने का संकल्प लेना है।
अंत में कार्यक्रम के संयोजक शमशुल कमर ने नशे को शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक विकास के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा बताते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ियों को नशामुक्त जीवन की ओर प्रेरित करना हमारा शैक्षणिक और सामाजिक दायित्व है। इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम के सफल समापन पर सभी शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।