गाजीपुर
मोहम्मदाबाद की सड़कों पर आवारा पशुओं का कब्ज़ा, हर वक्त हादसों का खौफ़

गाजीपुर। मोहम्मदाबाद नगर की सड़कें अब आम लोगों के लिए राह आसान नहीं रह गई हैं। महिला अस्पताल, तहसील गोलंबर और विट्ठल चौराहे जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में गाय, बैल और सांड़ खुलेआम सड़कों पर डेरा जमाए खड़े रहते हैं। राहगीरों को हर कदम यह डर सता रहा है कि न जाने कब कोई पशु भिड़ जाए और हादसा हो जाए। कई बार इन पशुओं की भिड़ंत में राहगीर चोटिल हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन अब तक मूक दर्शक बना हुआ है।
चौंकाने वाली बात यह है कि ये पशु पूरी तरह ‘आवारा’ भी नहीं हैं। जानकारी के अनुसार इनका मालिक भी है, जो सुबह दूध निकालकर फायदा उठाता है और फिर पूरे दिन पशुओं को सड़कों पर छोड़ देता है। रात ढलते ही ये वही पशु अपने-अपने घर लौट जाते हैं। यानी, ज़िम्मेदारी से बचने वाले पशुपालक पूरे नगर को खतरे में झोंक रहे हैं।
लोगों का सवाल है कि जब पशुपालक दूध बेचकर मोटी कमाई कर रहे हैं तो फिर इन पशुओं की जिम्मेदारी से क्यों भाग रहे हैं? आखिर नगर प्रशासन ऐसे लापरवाह मालिकों पर कार्रवाई क्यों नहीं करता? नगर की जनता रोज़ हादसों के डर में जीने को मजबूर है, लेकिन जवाब देने वाला कोई नहीं।
नगरवासी अब साफ़ कह रहे हैं—“या तो प्रशासन सड़कों से पशुओं का कब्ज़ा हटाए, या फिर हादसों की जिम्मेदारी खुद ले।”