सियासत
मुख्यमंत्री पद को लेकर बढ़ी हलचल, बैठकों का दौर जारी

मुंबई। महाराष्ट्र में महायुति की ऐतिहासिक जीत के बाद सरकार गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। गठबंधन के तीन प्रमुख घटक—भाजपा, शिवसेना और एनसीपी अपनी-अपनी बैठकों में रणनीति बना रहे हैं। मुख्यमंत्री पद को लेकर सियासी रस्साकशी अपने चरम पर है।
भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद का सबसे मजबूत दावेदार माना है। वहीं, एनसीपी और शिवसेना अपने-अपने नेताओं की दावेदारी को लेकर अड़ी हुई हैं। एनसीपी ने अजीत पवार को मुख्यमंत्री पद के लिए आगे बढ़ाया है, जबकि शिवसेना के विधायकों ने एकनाथ शिंदे का समर्थन किया है।
26 नवंबर को समाप्त हो रहा विधानसभा का कार्यकाल
मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है। ऐसे में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया सोमवार या मंगलवार तक पूरी होने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक, पहले मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जाएगी, जबकि बाकी मंत्रिमंडल का गठन बाद में किया जाएगा।
एनसीपी और शिवसेना के दावे
रविवार को एनसीपी के विधायक दल की बैठक में अजीत पवार को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। बैठक में पार्टी नेता छगन भुजबल ने अजीत पवार को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की। उधर, शिवसेना विधायकों ने एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुना और उनकी मुख्यमंत्री बने रहने की वकालत की। शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक ने कहा कि सभी विधायक शिंदे का समर्थन करते हैं।
भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह
देवेंद्र फडणवीस के मुंबई स्थित आवास पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा देखा गया। पार्टी के भीतर यह आम राय है कि मुख्यमंत्री पद भाजपा को मिलना चाहिए।महायुति के घटक दलों के बीच बैठकों का दौर जारी है, लेकिन अंतिम फैसला भाजपा शीर्ष नेतृत्व की सहमति के बाद ही होगा। राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर सोमवार का दिन अहम साबित हो सकता है।