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माया टीले पर भरभरा कर गिरा मकान, तीन की मौत

मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में रविवार दोपहर एक भयावह हादसा हुआ। गोविंदनगर थाना क्षेत्र के सिद्धबाबा मंदिर के पास माया टीले पर बने छह मकान अचानक ढह गए। हादसा उस वक्त हुआ जब टीले की नींव से दीवार निर्माण के लिए मिट्टी की खुदाई की जा रही थी। देखते ही देखते पूरा टीला खिसक गया और उसके ऊपर बने मकान मलबे में तब्दील हो गए। घटनास्थल का मंजर दिल दहला देने वाला था – चारों ओर मलबा, टूटी हुई खिड़कियां, बक्से, और घरेलू सामान बिखरा पड़ा था।
मलबे के नीचे दबे लोगों को निकालने के लिए नगर निगम, अग्निशमन दल, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं। बचाव कार्य में सबसे पहले एक युवक और दो बच्चियों को निकाला गया, लेकिन तीनों को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। दोपहर बाद मलबा हटाने का काम तेज़ी से चलाया गया, लेकिन डर इस बात का था कि मलबे के नीचे और भी लोग दबे हो सकते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि माया टीले की खुदाई बीते तीन महीनों से जारी थी। निर्माण कार्य के लिए टीले से हाइड्रा मशीन की मदद से मिट्टी काटी जा रही थी और ट्रैक्टर-ट्रॉली से उसे ले जाया जा रहा था। लेकिन प्रशासन की लापरवाही ने इस निर्माण को मौत में बदल दिया। ट्रैक्टर भी मलबे में दब गया।
घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। एंबुलेंस, पुलिस और दमकल की गाड़ियों के सायरन से इलाका गूंजता रहा। वृंदावन रोड से घटनास्थल तक का रास्ता बंद कर दिया गया। घटना ने प्रशासन को झकझोर दिया है और यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या बिना सुरक्षा मानकों के ऐसे निर्माण कार्यों की अनुमति देना सीधे लोगों की जान के साथ खिलवाड़ नहीं है?