वाराणसी
माघ पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डुबकी
वाराणसी। माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नाना के लिए घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ लोग गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई। माघ पूर्णिमा के नहान का विशेष महत्व है, यही वजह है कि जो श्रद्धालु संगम में स्नान नहीं कर पाते वो काशी में गंगा स्नान कर दान-पुण्य करते हैं।
दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट, प्रयाग घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम मंगलवार की देर रात से ही गंगा घाटों की सीढ़ियों पर उमड़ने लगा था। इसके मद्देनजर गंगा में जल पुलिस और 11 एनडीआरएफ की तीन टीम तैनात रही।
दशाश्वमेध घाट पर सुबह से ही श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद भगवान विष्णु का विधि विधान के साथ पूजा पाठ करते हुए दिखे। माघ पूर्णिमा के महात्म्य के बारे में घाट के पुरोहित पप्पू तिवारी ने बताया कि साल में 12 पूर्णिमा का महत्व है, लेकिन माघ की पूर्णिमा का खास महत्व होता है।
उन्होंने बताया आज के दिन प्रयागराज में कल्पवास करने वाले लोग स्नान दान करने के बाद कल्पवास समाप्त करके अपने गंतव्य के लिए रवाना होते हैं। काशी के लोगों से प्रार्थना है कि आज के दिन गंगा स्नान जरुर करें, अगर गंगा स्नान संभव ना हो सके तो घर पर नहाते समय गंगाजल का प्रयोग आवश्य करें। तिल का सामान ब्राह्मण को दान करें। आज के दिन पित्र का पिंडदान और तर्पण करने से पितरों को मुक्ति मिल जाती है।