चन्दौली
मां कालरात्रि के मंदिर में उमड़ी भक्तों की आस्था
चंदौली। शारदीय नवरात्र के सप्तम दिवस को मां कालरात्रि की पूजा करने से भय व बाधाएं दूर होती हैं। उग्र किंतु करुणामयी मां कालरात्रि की आराधना से भक्तों के जीवन से भय, शत्रु और नकारात्मक शक्तियों का विनाश होता है। साहस और बल की प्राप्ति होती है। शारदीय नवरात्र के सप्तम दिवस पर मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना की जाती है। धर्मशास्त्रों में इनका स्वरूप भयानक बताया गया है। लेकिन भक्तों के लिए यह असीम करुणामयी व कल्याणकारी हैं। इन्हें शुभंकरी भी कहा जाता है। क्योंकि इनके पूजन से जीवन के हर प्रकार के भय व संकट का नाश होता है।
धर्मग्रंथों में वर्णन है कि मां कालरात्रि कृष्णवर्णा हैं। उनके बिखरे हुए केश और तीन नेत्र हैं। देवी गधे पर आरूढ़ रहती हैं और चार हाथों में खड्ग, लोहे का कांटा, वरमुद्रा और अभयमुद्रा धारण करती हैं। मां की सांस से अग्नि की ज्वालाएं निकलती हैं। भक्तों के लिए उनका यह भयानक रूप भी कल्याणकारी और शुभ फलदायी है।
पौराणिक कथा के अनुसार जब महादानव रक्तबीज ने तीनों लोकों में उत्पात मचाना शुरू किया, तो देवता भयभीत हो उठे। रक्तबीज का विशेष वरदान था कि उसके शरीर से गिरे रक्त की प्रत्येक बूंद से नया दानव जन्म ले लेता। इस पर देवी दुर्गा ने उग्र रूप धारण कर कालरात्रि के रूप में प्रकट हुईं। युद्ध में मां कालरात्रि ने रक्तबीज का वध किया और उसका सारा रक्त पी लिया। इससे उसके वरदान का अंत हुआ। इस प्रकार देवताओं को आतंक और संकट से मुक्ति मिली।
रविवार की अल सुबह से ही जनपद सहित नगर पंचायत स्थित देवी मंदिरों पर आस्थावान भक्तों की भीड़ लगी रही। इस दौरान भक्तों ने विधिवत पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। नगर पंचायत स्थित श्री राम जानकी शिवमठ मंदिर, श्री महावीर मंदिर, मां संतोषी माता मंदिर, मझवार रेलवे स्टेशन के समीप स्थापित मां काली मंदिर, नौ दुर्गा मंदिर, शंकर मोड़ स्थित मां सती मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों व शक्ति पीठ पर भक्तों ने पहुंचकर मां कालरात्रि को नारियल, चुनरी, माला, फूल व प्रसाद अर्पित कर लोक कल्याण की कामना की। मां शेरावाली के जयकारे से पूरा माहौल भक्तिमय बना हुआ है।
वहीं दूसरी तरफ घरों व पूजा पंडाल में स्थापित कलश पूजन के साथ ही दुर्गा सप्तशती पाठ विद्वान ब्राह्मणों द्वारा किया जा रहा है। श्री राम जानकी शिवमठ मंदिर परिसर में सायंकाल महिलाएं भजन के साथ ही भव्य आरती कर मां की आराधना करने में तल्लीन हैं। सुरक्षा व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसपी आदित्य लांग्हे के निर्देश पर एएसपी सदर व सीओ सदर के कुशल पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम लगातार चक्रमण कर लोगों को सुरक्षा का एहसास करा रही है।
