मऊ
महिला प्रधानों को किया गया जागरूक
“बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” योजना
मऊ। महिला कल्याण विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत महिला प्रधानों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका संचालन मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर के नेतृत्व में हुआ। यह कार्यक्रम नगर पालिका कम्युनिटी हाल में आयोजित हुआ जहां मुख्य विकास अधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

उन्होंने महिला ग्राम प्रधानों को यह समझाया कि उन्हें अपने अधिकारों के बारे में जानकर ग्राम पंचायत स्तर पर हो रहे हिंसा, भेदभाव, दहेज उत्पीड़न, बाल विवाह जैसे मुद्दों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और महिलाओं को भी इसी तरह जागरूक करना चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि महिला प्रधानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी मिलनी चाहिए ताकि वे अपने ग्राम पंचायत में जरूरतमंदों को इन योजनाओं का लाभ दे सकें। जिला पंचायत राज अधिकारी सुमित सिंह ने भी महिलाओं को जागरूक करते हुए कहा कि वे किसी भी प्रकार की हिंसा की सूचना सरकार द्वारा जारी टोल फ्री नंबरों पर दे सकती हैं ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने यह भी कहा कि महिला प्रधानों को किसी भी मामले की जानकारी सीधे उनके पास भी दी जा सकती है ताकि वह कार्रवाई कर सकें। संयुक्त निदेशक अभियोजन ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा से संबंधित विभिन्न कानूनी पहलुओं पर जानकारी दी जिसमें घरेलू हिंसा कन्या भ्रूण हत्या और एसिड अटैक जैसे मुद्दे शामिल थे। उन्होंने बताया कि भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले लगातार बढ़ रहे हैं खासकर घरेलू हिंसा के मामले।
इसके साथ ही उन्होंने प्रसव पूर्व निदान तकनीकी अधिनियम 1994 और घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 जैसे कानूनों के बारे में बताया, जो महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करते हैं।कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं की छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया जिनमें से प्रत्येक को 5000 रुपये की चेक दी गई।
इसके अलावा सहरोज ग्राम पंचायत की महिला ग्राम प्रधान इस्रावती देवी को सामुदायिक शौचालय प्रतियोगिता में प्रथम आने पर प्रशस्ति पत्र और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महिला कल्याण विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और ग्राम पंचायतों की महिला प्रधान और छात्राएं उपस्थित थीं।
