वाराणसी
महाराणा प्रताप के 483 वे जयंती के पर संगोष्ठी का आयोजन
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी: महाराणा प्रताप जी के 483 वे जयंती के अवसर पर समिति कक्ष महात्मा गांधी काशी विधापीठ में संगोष्ठी आयोजित हुवा।
जिसमे कार्यक्रम में मुख्यअतिथि विधायक सैयदराजा सुशील सिंह , विशिष्ट अतिथि सुनील सिंह पूर्व अध्यक्ष छात्र संघ उपस्थित हुवे। विधायक ने कहा की महाराणा प्रताप केवल एक व्यक्तित्व नही बल्कि एक विचार है। उनके बारे में इतिहास में जितना बताया गया था वह अल्प था। मुगल के सामने झुके नही बल्कि मजबूती से मुगलों का सामना करते हुवे मुगलों के पशीने छोड़ा दिये। आज हर एक युवा के आदर्श है।इसीलिये वर्तमान सरकार महाराणा प्रताप के जीवन गाथा का किताबो में अध्याय के रूप में शामिल किया गया।
कुलपति मोहदय ने कहां की आज हर युवा को राष्ट्र के प्रति अपनी संस्कृति के प्रति सीखना है तो महाराणा प्रताप जी से सीखे।जिहोंने कभी भी अपनी संस्कृति को,अपनी मेवाड़ को जीवित रहते मुगलों के अधीन नही होने दिया। मुख्य रूप से ब्लॉक प्रमुख अजय सिंह, अभिषेक सिंह अखण्ड प्रताप सिंह, विनय सिंह हिटलर जी,राजबहादुर राणा , रामाजी त्रिपाठी, दिलीप सिंह , मंजीत सिंह, गुरुप्रकाश सिंह, करन सिंह , अध्यक्ष प्रत्याशी गौरव सिंह ,शिवम तिवारी , अनुराग राय, विराट मिश्रा,मानस शुक्ला , आयुष सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो आनंद कुमार त्यागी ,एवम संचालन हर्षित तिवारी ने किया
